हरियाणा में करनाल के इंद्री में एक व्यक्ति के साथ ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 19.56 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोप है कि आरोपी व्यक्ति ने वर्क परमिट दिलाने का वादा करके यह रकम ली, लेकिन तय समय पर न तो विदेश भेजा और न ही पैसे लौटाए।
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तीन महीने में भेजने का किया वादा
इंद्री के गुमटो निवासी राजेश कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि आरोपी मनमीत सिंह ने यह रकम आरटीजीएस के जरिए ली। रकम की सिक्योरिटी के लिए उसने एक चेक भी दिया और वादा किया कि तीन महीने में उनके बेटे आशीष को ऑस्ट्रेलिया भेज दिया जाएगा। तय समय सीमा समाप्त होने पर जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो शिकायतकर्ता ने मनमीत सिंह से संपर्क किया।
करनाल इंद्री थाना की प्रतीकात्मक फोटो।
धमकी देकर किया गुमराह
शिकायत के अनुसार, आरोपी ने गुमराह करने के लिए फर्जी वीजा भी दिया। जब पता चला कि यह फर्जी वीजा है तो उसका विश्वास उठ गया और उसने अने पैसे मांगे और सवाल किए तो टालमटोल करने लगा। आरोपी की मंशा पैसे लौटाने की नहीं है और वह देश छोड़ने की फिराक में है। आरोपी ने धमकी दी कि यदि पुलिस में शिकायत दी तो वह पैसे वापिस नहीं करेगा।
एफिडेविट के बावजूद नहीं मिले पैसे शिकायतकर्ता ने बताया कि बीती 9 नवंबर को डीएसपी कार्यालय में शिकायत दी गई थी। इसके बाद आरोपी ने अपने पिता बलवंत सिंह के साथ एफिडेविट दिया और रकम लौटाने का वादा किया। उसने कहा था कि 27 नवंबर को 10 लाख रुपये लौटाएगा और सुरक्षा के लिए एक और चेक दिया। लेकिन आज तक कोई भी राशि वापस नहीं की गई।
आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
डीएसपी कार्यालय से मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के खिलाफ थाना इन्द्री में मुकदमा दर्ज किया है। जिसकी जांच एसआई लखबीर कर रहे है। शिकायतकर्ता ने पुलिस से मांग की है कि आरोपी के पासपोर्ट और अन्य जरूरी दस्तावेज जब्त किए जाएं ताकि वह देश छोड़कर भाग न सके। साथ ही, आरोपी के पिता बलवंत सिंह को भी इस मामले में गारंटर बनाया गया है।