हरियाणा की कलायत विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां से पूर्व राज्यमंत्री कमलेश ढांडा एक बार फिर से भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। उनके सामने हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी के बेटे विकास सहारण चुनाव लड़ रहे हैं।
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आम आदमी पार्टी (AAP) से अनुराग ढांडा, इनेलो-बसपा से रामपाल मजारा, जजपा-असपा के प्रीतम मेहरा और कांग्रेस की बागी अनीता ढुल, पूर्व विधायक सतविंद्र राणा, विनोद निर्मल समेत 14 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
कलायत में कुल वोटरों की संख्या 2.15 लाख है। यहां टूटी सड़कें, जलभराव और रोजगार प्रमुख मुद्दे हैं। सबसे ज्यादा 87 हजार वोट जाट समाज के हैं। प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार कमलेश ढांडा, विकास सहारण, अनुराग ढांडा और रामपाल माजरा जाट समाज से ही हैं।
लोगों का कहना है कि यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के विकास सहारण, भाजपा की कमलेश ढांडा और निर्दलीय अनीता ढुल में है। फील्ड में भाजपा के खिलाफ लोगों में नाराजगी है। आरोप है कि विधायक और मंत्री होने के बाद भी कमलेश ढांडा ने यहां कुछ नहीं कराया। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो भाजपा के खिलाफ कैमरे पर नहीं बोल पाए। ऐसे में कमलेश को ढांडा गोत्र, ओबीसी समाज और साइलेंट वोटरों का सहारा है।
लोगों के मुताबिक AAP और इनेलो उम्मीदवार भी वोट लेकर जाएंगे, लेकिन फाइट में नहीं है। विकास सहारण को पिता जयप्रकाश का महिला नेता पर बयान और बुजुर्ग व्यापारी को लात मारना भारी पड़ सकता है। दूसरा भीतरघात का भी खतरा है। कांग्रेस के वोट बागी अनीता ढुल की तरफ भी शिफ्ट होंगे। अनीत को ढुल खाप और सहानुभूति का फायदा मिल सकता है।
6 पॉइंट में समझें कलायत विधानसभा के समीकरण
- कलायत सीट किसी एक पार्टी का गढ़ नहीं रही है। 2009 विधानसभा चुनाव से पहले यह सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व थी। 2009 में यहां इनेलो, 2014 में निर्दलीय और 2019 में भाजपा ने यहां जीत दर्ज की। तीनों ही उम्मीदवार जाट समाज से थे। 2009 के बाद यहां मुकाबला जाट Vs जाट का ही रहा है।
- कांग्रेस के सामने यहां 15 साल का सूखा है। आखिरी बार कांग्रेस की गीता भुक्कल ने साल 2005 में यहां जीत दर्ज की थी। विकास सहारण के पिता 2014 में यहां से निर्दलीय विधायक रह चुके हैं। दूसरा सहारण गोत्र के 24 हजार वोट हैं। इससे विकास सहारण को फायदा मिलेगा।
- भाजपा की कमलेश ढांडा को एंटी इनकंबेंसी और जाट वोटरों की नाराजगी भारी पड़ सकती है। यहां ढांडा गोत्र के करीब 14 हजार वोट हैं। दूसरा AAP उम्मीदवार अनुराग ढांडा भी गोत्र के वोटों में सेंधमारी करेंगे, जिससे सीधा नुकसान भाजपा को होगा।
- निर्दलीय अनीता ढुल रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा गुट से आती थीं। ढुल गोत्र के यहां 22 हजार वोट हैं। जयप्रकाश के बयान के बाद ढुल खाप उनसे नाराज है। ऐसे में सीधा नुकसान कांग्रेस को पहुंचेगा।
- निर्दलीय उम्मीदवार के तौर चुनाव लड़ रहे विनोद निर्मल ब्राह्मण और पूर्व विधायक सतविंद्र राणा राजपूत समाज से आते हैं। कलायत में ब्राह्मण 24 हजार और राजपूतों के 10 हजार वोट हैं। दोनों नेताओं का अपने-अपने समाज पर अच्छा होल्ड है। पिछले चुनाव में ब्राह्मण और राजपूत वोटरों का रुख भाजपा की तरफ था। इस चुनाव में दोनों समाज के वोट बंटने से सीधा नुकसान भाजपा को पहुंचेगा।
- अनुसूचित जाति के यहां करीब 45 हजार वोट हैं। इनेलो-बसपा के रामपाल माजरा और जजपा-असपा के प्रीतम मेहरा में ये वोट बंटेंगे। इसके अलावा कुछ वोट कांग्रेस की तरफ भी जाएंगे।

कमलेश ढांडा 10 साल के कार्यकाल के नाम पर वोट मांग रहीं
कमलेश ढांडा पूर्व मंत्री स्व. नरसिंह ढांडा की पत्नी हैं। 2009 में नर सिंह ढांडा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और पांचवें नंबर पर रहे। 13 दिसंबर 2009 को लंबी बीमारी के बाद नर सिंह ढांडा का निधन हो गया। इसके बाद उनकी पत्नी कमलेश ढांडा राजनीति में एक्टिव हो गईं। 2019 में कमलेश ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद खट्टर सरकार में उन्हें महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री बनाया गया।
इस चुनाव में भाजपा ने दोबारा कमलेश को टिकट दिया। उनके चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ढांडा आ चुके हैं। ढांडा जनता के बीच भाजपा के 10 साल के कार्यकाल और बिना पर्ची बिना खर्ची के नौकरी का हवाला देते हुए वोटों की अपील कर रही हैं।

विकास सहारण सांसद पिता के नाम पर एक्टिव
विकास सहारण पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनके पिता जयप्रकाश 2014 में इस सीट से निर्दलीय विधायक बने थे। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहे। इस चुनाव से पहले तक विकास अपने पिता के ही चुनाव प्रचार में दिखते थे। खुद के हिसार से सांसद बनने के बाद उन्होंने बेटी की राजनीति में एंट्री कराई।
विकास सहारण के प्रचार के लिए अब तक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा आ चुके हैं। विकास जनता के बीच किसान आंदोलन और महंगाई को लेकर भाजपा को घेर रहे हैं। दूसरा वह पिता के विधायक रहते कराए गए काम भी गिना रहे हैं।

अनीता ढुल महिलाओं के अपमान पर जयप्रकाश को घेर रहीं
अनीता ढुल लंबे समय से कांग्रेस के साथ जुड़ी हुई थी। कांग्रेस में वह महिला प्रदेश महासचिव के पद पर थीं। वह कलायत से टिकट की मांग कर रही थी, लेकिन कांग्रेस ने यहां सांसद जयप्रकाश के बेटे विकास सहारण को टिकट दे दिया। इसके बाद जयप्रकाश के एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह मंच से एक महिला नेता के बारे में कहते हैं कि पाउडर और लिप्स्टिक लगाकर वोट मिलते हो तो मैं भी लगा लूं। इस बयान को अनीता ढुल से जोड़कर देखा गया।
जयप्रकाश के इस बयान के बाद ढुल खाप ने पंचायत की और जयप्रकाश का बहिष्कार करने की बात कही गई। साथ ही ढुल खाप ने अनीता ढुल को निर्दलीय चुनाव लड़ने को कहा।
अब अनीता ढुल जनता के बीच जाकर क्षेत्र में लगातार एक्टिव होने की बात कह रही हैं। वह कह रही हैं कि कलायत से मंत्री होते हुए भी यहां की सड़कें टूटी पड़ीं हैं। साथ ही वह जयप्रकाश के बयान पर कह रही हैं कि महिलाओं का अपमान किया गया है। महिलाएं इसका जवाब जरूरी देंगी।

रामपाल माजरा भाजपा-कांग्रेस के खिलाफ वोट मांग रहे
इनेलो के उम्मीदवार रामपाल माजरा चौटाला परिवार के खास रहे हैं। वह पहली बार साल 1996 में पाई हलके से समता पार्टी के टिकट पर विधायक बने थे। साल 2000 में वह इनेलो के टिकट पर विधायक बने। इसके बाद 2005 में चुनाव हार गए। साल 2009 में उन्होंने कलायत से इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ा और तीसरी बार विधायक चुने गए।
चौटाला परिवार में मतभेद के चलते वह 2019 में भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में उन्होंने 28 जनवरी 2021 को भाजपा से इस्तीफा दे दिया। ओमप्रकाश चौटाला के कहने पर 2024 में वह दोबारा इनेलो में शामिल हो गए। इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के बाद रामपाल माजरा को इनेलो प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई।
अब वह जनता के बीच जाकर कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ वोट मांग रहे हैं। वह कह रहे हैं कि 20 साल से कांग्रेस और भाजपा सरकार ने प्रदेश को लूटने का काम किया है।

अनुराग ढांडा बदलाव के नाम पर वोट मांग रहे
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अनुराग ढांडा राज्य के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हैं। वह कई मीडिया संस्थानों में पत्रकार के तौर पर काम कर चुके हैं। साल 2022 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के जरिए राजनीति में एंट्री की। वह अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में AAP को कलायत से मिली लीड के बाद उन्होंने यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की। दूसरा ढांडा गोत्र का भी यहां अच्छा प्रभाव है। उनके प्रचार के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई बड़े नेता आ चुके हैं।
अब अनुराग जनता के बीच जाकर कह रहे हैं कि भाजपा और कांग्रेस ने प्रदेश को लूटने का काम किया है। वह बदलाव और AAP की पांच गारंटियों के नाम पर वोट मांग रहे हैं।

क्या कहते हैं कलायत के वोटर…
अनिल बोले- कमलेश ने भ्रष्टाचार फैलाया
अनिल कुमार का कहना है कि कमलेश ढांडा यहां से विधायक थीं। उन्होंने यहां विकास का कोई काम नहीं कराया। उन्होंने सिर्फ भ्रष्टाचार फैलाने का काम किया। हमारे बुजुर्गों ने कमलेश ढांडा को गरीब समझकर वोट दिए, लेकिन अभी तक उसकी गरीबी दूर हुई है या नहीं, वह देखने वाली बात है। उसने भ्रष्टाचार फैलाया है।

जगतराम बोले- जयप्रकाश को माफी नहीं मिलेगी
खेड़ी शेरू के रहने वाले जगतराम का कहना है कि कलायत में अनीता की जीत नजर आ रही है। ढुल खाप के 5 गांव हैं और 22 हजार वोट हैं। जयप्रकाश के बयान से लोगों में नाराजगी है। यह पूरे चुनाव में चलेगी। जयप्रकाश को काई माफी नहीं मिलेगी।

सतनारायण शर्मा ने कहा- AAP की तरफ रूझान
सतनारायण शर्मा ने बताया कि कलायत में सभी कैंडिडेट रात को जीतकर सोते हैं। बीजेपी ने 10 साल में कोई खास काम नहीं किया। पोर्टल पर अटका कर रखा है। इन पोर्टलों का ऐसा हाल है कि उड़ जा चिड़िया, मर जा चिड़िया, कभी सर्वर काम नहीं करते, कभी कर्मचारी छुट्टी पर हो जाते हैं। हर रोज नई नई स्कीम शुरू कर देते हैं। इस बार आम आदमी पार्टी का रूझान है। लोगों को पंजाब और दिल्ली में हुए काम पसंद आ रहे हैं।

सुभाष बोले- कमलेश चुनाव जीतने के बाद धन्यवाद करने तक नहीं आईं
सुभाष ढांडा ने बताया कि कमलेश ढांडा का अपने ही गांव खेड़ी संदल में काई रूझान नहीं है। 2019 में चुनाव जीतने के बाद वह लोगों को धन्यवाद तक करनी नहीं आईं। गांव के लोग उनके पक्ष में नहीं हैं। गांव के विकास में भी मंत्री का कोई योगदान नहीं रहा। बीजेपी की खिलाफत का कारण कैंडिडेट है। अभी किसी का माहौल साफ नहीं है। आगे जैसे-जैसे चुनाव बढ़ेगा, माहौल पता चलेगा। आम आदमी के पक्ष में भी लोग नजर आ रहे हैं।
कमलेश ने कहा- पंचायत भवन अधूरा पड़ा
महिला कमलेश ने बताया कि यहां पर पंचायत भवन अधूरा पड़ा है। कोई भी काम नहीं करवाया। कमलेश ढांडा से मिलने जाते थे तो कोई आश्वासन भी नहीं मिलता था। काम के लिए कई बार सरपंच को भी कहा, लेकिन उसने भी कोई जवाब नहीं दिया। सरपंच भी कुछ नहीं कराता।
एक्सपर्ट बोलीं- मुकाबला रोचक होगा
कलायत विधानसभा की राजनीति में अच्छी समझ रखने वाली राजनीति विशेषज्ञ डॉ वीना छाबड़ा का मानना है कि इस बार इस सीट पर रोचक मुकाबला रहेगा। फिलहाल की स्थिति देखें तो कांग्रेस के विकास सहारण, निर्दलीय प्रत्याशी अनिता ढुल और भाजपा सरकार में मंत्री रहीं कमलेश ढांडा के बीच ही मुकाबला है।
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