कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी से पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुलाकात की।
मप्र में कांग्रेस को एक तरफ जहां चुनावों में हार का सामना करना पड़ रहा है, दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भी टिक नहीं पा रहे हैं। तीन सालों में चार प्रभारी बदले जा चुके हैं। तीन दिन पहले भंवर जितेन्द्र सिंह को हटाकर राजस्थान के बायतू से विधायक ह
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नए प्रभारी की नियुक्त होने के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दिल्ली में उनसे अलग-अलग मुलाकात की।
कल पहली बार भोपाल आएंगे नए प्रभारी
कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी कल पहली बार भोपाल आएंगे। वे पीसीसी में कांग्रेस के प्रमुख नेताओं, कार्यकर्ताओं, विधायकों, पदाधिकारियों के साथ परिचयात्मक बैठक लेकर मेल-मुलाकात करेंगे।
विधानसभा चुनाव में स्क्रीनिंग कमेटी और लोकसभा में प्रभारी थे जितेन्द्र
मप्र कांग्रेस के निवर्तमान प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह विधानसभा चुनाव 2023 में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष थे। विधानसभा की 230 सीटों में से कांग्रेस को मात्र 66 सीटें मिलीं थीं। 163 सीटें बीजेपी और एक बीएपी ने जीती थी।
विधानसभा चुनाव के दौरान रणदीप सिंह सुरजेवाला प्रभारी थे। चुनाव में हार के बाद सुरजेवाला को हटाकर जितेन्द्र को प्रभारी बनाया गया था। लेकिन, लोकसभा चुनाव में मप्र की सभी 29 सीटों पर कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा।
विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान रणदीप सुरजेवाला प्रभारी और भंवर जितेन्द्र सिंह स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष थे। सप्तागिरी उल्का और अजय लल्लू स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य थे।
गुटीय राजनीति को बढ़ावा देने की शिकायतें
भंवर जितेन्द्र सिंह के खिलाफ लगातार कांग्रेस आलाकमान तक ये शिकायतें पहुंच रहीं थीं कि वे गुटीय राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। कुछेक लोगों के इशारे पर सारे फैसले हो रहे हैं। इसके बाद भंवर जितेन्द्र सिंह को हटाकर हरीश चौधरी को कमान दी गई है।

दिल्ली में पीसीसी चीफ ने प्रियंका गांधी से मुलाकात की।
प्रियंका से भी मिले पटवारी
सोमवार को पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से भी मुलाकात की। पटवारी ने मप्र में संगठन की स्थिति और आगामी कार्यक्रमों, संगठन विस्तार और सुदृढ़ीकरण को लेकर जानकारी दी।
एमपी में नहीं टिक पा रहे कांग्रेस के प्रभारी
मोहन प्रकाश की जगह सितंबर 2017 में दीपक बावरिया को प्रदेश प्रभारी बनाया गया था। अप्रैल 2020 में दीपक बावरिया ने एमपी के प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मई 2020 में मुकुल वासनिक एमपी के प्रभारी बनाए गए थे।
सितंबर 2022 में मुकुल की जगह जेपी अग्रवाल को प्रभारी नियुक्त किया गया था। अगस्त 2023 में जेपी अग्रवाल की जगह रणदीप सिंह सुरजेवाला को एमपी का प्रभार सौंपा गया था। दिसंबर 2023 में सुरजेवाला की जगह भंवर जितेन्द्र सिंह को इंचार्ज नियुक्त किया गया था। जितेन्द्र सिंह की जगह अब हरीश चौधरी को कमान सौंपी गई है।
सुरजेवाला सबसे कम समय के प्रभारी रहे
- दीपक बावरिया- 2 साल 7 महीने
- मुकुल वासनिक- 2 साल 4 महीने
- जेपी अग्रवाल- 11 महीने
- रणदीप सिंह सुरजेवाला- 4 महीने
- भंवर जितेन्द्र सिंह- 14 महीने