एक मार्च को हिमानी नरवाल की लाश सूटकेस में सांपला बस स्टैंड के पास मिली थी।
रोहतक की कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की हत्या के आरोप में पुलिस ने झज्जर के सचिन ढिल्लू को गिरफ्तार कर लिया। रोहतक ADGP केके राव ने कहा- दोनों की डेढ़ साल से फ्रेंडशिप थी। ढिल्लू का हिमानी के घर आना-जाना था। 27 फरवरी की रात विवाद हुआ। अगले दिन ढिल्लू न
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हिमानी की मां सविता देवी ने ADGP के दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा- मेरी बेटी का कोई बॉयफ्रेंड नहीं था। रुपया कत्ल की वजह नहीं हो सकता। पुलिस बताए कि मेरी बेटी की हत्या क्यों की गई? सचिन उसकी बेटी का फ्रेंड कब और कैसे बना?
ऐसे ही कई सवाल सिर्फ हिमानी की मां के ही नहीं बल्कि सबके मन में उठ रहे हैं, जिनके जवाब में पुलिस ‘जांच’ का हवाला देकर किनारा कर रही है।
ADGP केके राव ने कहा कि 27 फरवरी की रात 9 बजे ढिल्लू हिमानी के घर आया। उनके बीच झगड़ा हुआ। रात ढिल्लू वहीं रुका। उसी वक्त ढिल्लू ने हिमानी का गला घोंट दिया। हालांकि झगड़ा किस बात पर हुआ? इस पर ADGP ने कहा कि झगड़ा तो किसी भी बात पर हो जाता है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब इतनी बात हत्यारे ने पुलिस को बता दी तो फिर झगड़े की वजह क्यों नहीं बताई? या फिर पुलिस इसे छुपा रही है।

ढिल्लू की गिरफ्तारी की खबर सामने आते ही कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि उसने हिमानी को लाखों रुपए दिए। ADGP ने भी पैसों के लेन–देन की बात कही। भास्कर ने ढिल्लू के बारे में झज्जर में पड़ताल की तो पता चला कि वह मोबाइल रिपेयरिंग और मनी ट्रांसफर का काम करता था। उसकी वहां छोटी सी दुकान है। ऐसे में उसकी लाखों की कमाई का कोई जरिया नजर नहीं आता। दूसरा, परिवार के करीबियों का कहना है कि उसका काम बहुत अच्छा नहीं चलता था। उसके 2 बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं, उनकी भी 2–3 महीने से फीस नहीं भरी थी। ऐसे में उसने हिमानी को रुपए कहां से दिए?

दावा किया जा रहा है कि ढिल्लू हिमानी का बॉयफ्रेंड था। मगर, ढिल्लू ने 10 साल पहले लव मैरिज ही की थी। उसके बाद परिवार उसे बेदखल तक कर चुका है। उसके एक बेटा और एक बेटी है। जो पहली और दूसरी क्लास में पढ़ते हैं। पत्नी-बच्चे उसी के साथ रहते हैं। ऐसे में पुलिस के डेढ़ साल से फ्रेंडशिप के दावे को सही मानें तो क्या हिमानी को ये सब पता नहीं था। ऐसे में सवाल ये है कि वह ऐसे आदमी से कैसे इस तरह का रिश्ता रख सकती है। मां का कहना था कि हिमानी घर बसाना चाहती थी। अगर उसे ऐसे आदमी के साथ रिलेशन में रहना होता तो वह शादी के लिए हां क्यों कहती?

पुलिस का कहना है कि 27 फरवरी को झगड़ा हुआ। फिर भी पूरी रात ढिल्लू वहीं रुका रहा। 28 फरवरी को दिन में फिर झगड़ा हुआ। ढिल्लू ने उसी दौरान हिमानी का कत्ल किया। फिर उसकी स्कूटी लेकर अपनी दुकान पर गया। हिमानी के जेवर-मोबाइल वगैरह अपनी दुकान में छुपा दिए। रात 10 बजे वापस लौटा। फिर उसकी लाश सूटकेस में पैक की। रात 11 बजे वह लाश फेंकने के लिए निकला।
पहला सवाल ये है कि पहले दिन जब झगड़ा हुआ तो हिमानी ने पूरी रात उसे रुकने कैसे दिया। फिर अगले दिन भी वह दिन तक वहीं रहा। दिन में कत्ल किया। फिर लाश छोड़ हिमानी की ही स्कूटी क्यों ले गया? इससे उसके इस कत्ल केस में फंसने का पूरा चांस था। कत्ल के बाद वह फरार होने के बजाय दुकान पर ही कैसे छुपा रहा। वहां से फरार क्यों नहीं हुआ। फिर रात को वह दोबारा क्यों लौटा? तब तक किसी को पता चल जाता या हिमानी की मां या भाई आ जाते तो उसके पकड़े जाने का भी डर था।

पुलिस अभी इससे इनकार कर रही है। मगर, पुलिस के ही दावे के हिसाब से ही जिस प्लानिंग से ढिल्लू ने हिमानी की हत्या कर लाश ठिकाने लगाई, फिर परिवार को भी सेफ कर दिल्ली भागा, उसका पूरा स्टाइल प्रोफेशनल किलर जैसा दिख रहा है। उसने हिमानी की हत्या के तीन से चार दिन पहले से ही दुकान खोलनी बंद कर दी थी।
ढिल्लू ने 28 फरवरी को दिन में मर्डर किया। मोबाइल चार्जर से ही गला घोंट दिया। फिर हिमानी की ही स्कूटी ले गया ताकि आसपड़ोस को लगे कि हिमानी ही कहीं गई है और ये भी पता न चले कि अंदर कोई लाश पड़ी है। फिर रात को वह वापस लौटा। सूटकेस में लाश पैक की। दिल्ली जाने के बहाने ऑटो लाया। उसमें बैग रख सांपला बस स्टैंड गया। वहां ऑटो वाले के जाने का इंतजार किया, इसके बाद वहीं सूटकेस फेंककर चला गया। परिवार के करीबियों का यह भी दावा है कि कत्ल के अगले दिन यानी 1 मार्च को उसने पत्नी को भी ससुराल नांगलोई, दिल्ली भेज दिया।
अगर सब कुछ प्रीप्लांड तरीके से किया गया तो क्या सचिन के अलावा और भी कोई इस हत्याकांड में शामिल है। अभी सचिन का कोई राजनीतिक लिंक भी नहीं मिला है। हालांकि पुलिस ने फिलहाल किसी दूसरे की इन्वॉल्वमेंट की बात को स्वीकार नहीं किया है। इस बारे में सचिन से रिमांड पर पूछताछ की बात कही है।

