कोंडागांव में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बिरेश ठाकुर ने सोमवार (9 जून) को प्रेस वार्ता की। अरविंद नेताम ने दीपक बैज पर आरोप लगाते हुए कहा था कि शायद वो भी धर्मांतरित हो चुके है। इसी आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कड़ा रुख अपनाया है।
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ठाकुर ने कहा कि नेताम के बयान आदिवासी समाज का अपमान हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नेताम सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सामाजिक मंचों पर भी विरोध दर्ज कराया जाएगा।
‘दीपक बैज को किसी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के बारे में ठाकुर ने कहा कि वे एक प्रकृति पूजक आदिवासी नेता हैं। वे बूढ़ादेव और महादेव के उपासक हैं। उन्हें अपनी धार्मिक आस्था के लिए किसी से प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। बैज दंतेश्वरी माई के भक्त हैं। उन्होंने बस्तर दशहरा में सालों तक सेवा कर आदिवासी संस्कृति का संरक्षण किया है।
अरविंद नेताम को मोहरा बनाने का आरोप
ठाकुर ने आरोप लगाया कि भाजपा बस्तर की खनिज संपदा की लूट के विरोध में उठ रही आवाज से घबरा गई है। इसलिए वह अरविंद नेताम को मोहरा बना रही है। उन्होंने कहा कि नेताम के बयान उन कॉर्पोरेट शक्तियों की झुंझलाहट को दर्शाते हैं। ये शक्तियां दीपक बैज के आंदोलनों से परेशान हैं।
धर्मांतरण के मुद्दे पर ठाकुर ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे का इस्तेमाल सिर्फ वोट बैंक के लिए करती है। सत्ता में रहते हुए भाजपा धर्मांतरण की घटनाओं पर चुप रहती है। जशपुर और बस्तर के हालिया मामलों में भी भाजपा की चुप्पी इसका प्रमाण है।
श्वेत पत्र जारी करने की चुनौती
बिरेश ठाकुर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धर्मांतरण पर श्वेत पत्र जारी करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि साय स्पष्ट करें कि भाजपा और कांग्रेस के शासन में कितने चर्च बने।