पुलिस लाइन में शाम 7 बजे कांस्टेबल अंकित तोमर के पार्थिव शरीर को कंधा देते पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड, एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी और अन्य अधिकारी।
गाजियाबाद के कौशांबी में शनिवार को एक महिला नहर में कूद गई। महिला को बचाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के दरोगा और सिपाही भी कूद गए। महिला आरती को बचाने के प्रयास में ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल अंकित तोमर ने अपनी जान गंवा दी।
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वह अपने परिवार के इकलौते बेटे थे। उनकी मौत के बाद परिवार में पत्नी शशि और बुजुर्ग पिता सूबे सिंह बचे हैं। शनिवार शाम को पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक के सामने पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक प्रियदर्शी और सभी अधिकारियों ने शहीद कांस्टेबल के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित करते हए कंधा देकर भावभीन श्रद्धांजलि दी गई।
पुलिस लाइन में 2 मिनट का मौन रखने के दौरान सभी अधिकारी।
परिवार में इकलौते थे अंकित
अलीगढ़ के बन्ना देवी थाना क्षेत्र के बरोला जाफराबाद गांव निवासी अंकित तोमर (33 साल) अपने परिवार के इकलौते थे। मां का पूर्व में निधन हो चुका है। वह 2015 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए। 4 साल पहले शशि से शादी हुई। इस समय अपनी पत्नी के साथ गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी में रह रहे थे। अंकित की मौत का पता चलते ही परिवार में गमों का पहाड़ टूट गया। पत्नी शशि और पिता भी बेटे को शव को देखकर फफक पड़े। अंकित तोमर का कोई बच्चा भी नहीं है।

कांस्टेबल के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित करते पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड।
तैरना जानते थे, फिर भी जान गई
हिंडन नदी से निकलने वाली नहर गाजियाबाद के कौशांबी से दिल्ली के यमुना में जाकर मिलती है। यहां पर वैशाली की आरती अपने पति और सास से विवाद के चलते आत्महत्या के लिए नहर में कूद गई। जिसके बाद सिपाही अंकित तोमर व टीएसआई ने बचाने के प्रयास में नहर में छलांग लगा दी। इस नहर में नालों का गंदा पानी था। जहां कांस्टेबल गहरे पानी में डूब गए। करीब डेढ़ से 2 घंटे की मशक्कत के बाद सिपाही अंकित को निकाला गया। दिल्ली के मैक्स अस्पताल में मृत घोषित किए गए।

पुलिस लाइन से शव को एंबुलेंस में रखने के दौरान बिलखती परिवार की महिलाएं।
बचाने का भरसक प्रयास किया
पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड, एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी, डीसीपी देहात जोन सुरेंद्र नाथ तिवारी, डीसीपी सिटी धवल जायसवाल, डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल और सभी एडिशनल डीसीपी और एसीपी भी रहे। पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड ने कहा कि सिपाही ने बहादुरी का परिचय देते हुए एक महिला को बचाया।

अलीगढ़ निवासी अंकित तोमर की यह फाइल फोटो है। वह परिवार के इकलौते थे।
इसी में वह अपनी जान गंवा बैठे। पुलिस के यह क्षति हुई है। पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी। जहां पुलिस ने शहीद कांस्टेबल के पार्थिव शरीर को आखिरी विदाई दी। इस मौके पर पिता और परिवार के लाेग बिलखते रहे।