कानपुर देहात जिले में ग्राम पंचायत सचिवों की उपस्थिति को डिजिटली ट्रैक करने के लिए एक नया ऑनलाइन ऐप विकसित किया गया है। इस ऐप के माध्यम से सचिव केवल निर्धारित स्थानों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर सकेंगे, जिससे फर्जी अटेंडेंस रोकी जा सकेगी।
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ऐप में फेस वेरिफिकेशन और जीपीएस ट्रैकिंग जैसी नई विशेषताएँ जोड़ी गई हैं। इसका उद्देश्य पंचायत कार्यों को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाना है। सचिवों को अब इस ऐप के माध्यम से अपनी हाजिरी और अवकाश की जानकारी देना अनिवार्य होगा। मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन. ने बताया कि ग्राम पंचायतों को डिजिटलीकरण की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। इसी के तहत यह ऐप तैयार किया गया है, जिसमें पंचायत सचिव केवल पंचायत ऑफिस, विकास खंड कार्यालय, जिले स्तर पर पंचायत ऑफिस, या उन्हें आवंटित ग्राम पंचायत पर ही अपनी उपस्थिति दर्ज कर सकेंगे।
ऐप में जीपीएस लोकेशन ट्रैकिंग की सुविधा इस ऐप में कई नई विशेषताएँ जोड़ी गई हैं, जैसे फेस वेरिफिकेशन, लेट अटेंडेंस ट्रैकिंग और फेक लोकेशन का पता लगाना, ताकि कोई सचिव गलत तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज न कर सके। सचिवों को अपने अवकाश के लिए भी इस ऐप का उपयोग अनिवार्य किया गया है। ऐप में जीपीएस लोकेशन ट्रैकिंग की सुविधा है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि सचिव वास्तव में निर्धारित स्थान पर मौजूद हैं।
सचिवों की उपस्थिति डिजिटल रूप से होगी ट्रैक मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन. ने बताया कि यह ऐप सचिवों को स्मार्टफोन पर इंस्टॉल करना होगा, और रोजाना पंचायत कार्यालय पहुंचने पर ऐप के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इससे फर्जी अटेंडेंस पर रोक लगेगी और कार्यों में पारदर्शिता आएगी। डिजिटल अटेंडेंस पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य सचिवों की उपस्थिति को डिजिटल रूप से ट्रैक करना और पंचायत कार्यों को अधिक पारदर्शी और उत्तरदायी बनाना है।