जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी के पद पर तैनात रिटायर्ड कर्नल सूर्य प्रकाश सिंह पर उस वक्त जानलेवा हमला कर दिया गया, जब वे ओला कैब से कानपुर से लखनऊ लौट रहे थे। यह घटना 4 अप्रैल की रात करीब 10 बजे की है।
.
कैब ड्राइवर ने शुरू की बहस, विरोध करने पर शेयर की लोकेशन
4 अप्रैल की रात करीब 10 बजे रिटायर्ड कर्नल सूर्य प्रकाश सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि कानपुर कैण्ट से लखनऊ के लिए ओला कैब बुक की थी। ड्राइवर का नाम वसीराजा बताया गया है, जो कानपुर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र का निवासी है। रास्ते में वक्फ बोर्ड से जुड़े मुद्दे पर कर्नल से बहस करने लगा।
जब कर्नल ने इसका विरोध किया तो ड्राइवर ने अपने मोबाइल से एक व्हाट्सएप ग्रुप में लाइव लोकेशन साझा की और कुछ संदिग्ध मैसेज भी भेजे।
कुछ दूरी पर गाड़ी रोकी, 5–6 हमलावरों ने सिर पर किया हमला
थोड़ी दूर आगे बढ़ने के बाद गाड़ी को रास्ते में रोक दिया गया। तभी वहां 5-6 युवक पहुंचे और कर्नल पर नुकीले पत्थरों व डंडों से हमला कर दिया। सिर पर कई वार किए गए, जिससे कर्नल बेहोश होकर गिर पड़े।
होश आने पर खुद को हमलावरोंहमलावरों के बीच पाया, आरिफ नामक युवक पर शक
जब उन्हें होश आया तो खुद को हमलावरों के बीच पाया। कर्नल ने बताया कि हमलावरों में एक आरिफ नाम का व्यक्ति प्रमुख था और अधिकतर हमलावर मुस्लिम समुदाय से थे।
हमलावर 3 हजार नकद और दस्तावेज लूटकर भागे
कर्नल का आरोप है कि हमलावर उनकी पैंट की पिछली जेब से जरूरी कागजात और 3 हजार रुपए भी लूट ले गए।
PVR 112 पहुंची, लेकिन कर्नल बोले– पुलिस का रुख हमलावरों के पक्ष में था
घटना की सूचना मिलते ही PVR 112 की पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन कर्नल का आरोप है कि चौकी इंचार्ज के पहुंचने से पहले तक पुलिस का रुख हमलावरों के पक्ष में झुका हुआ था।
अचलगंज थाने में दी तहरीर, लखनऊ के वृंदावन सेक्टर–6 में रहते हैं कर्नल
रिटायर्ड कर्नल सूर्य प्रकाश सिंह इस समय कानपुर नगर में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी के पद पर तैनात हैं। लखनऊ के वृंदावन सेक्टर-6 में उनका आवास है। उन्होंने अचलगंज, उन्नाव थाने में पूरे मामले की शिकायत दी है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।