मुजफ्फरपुर के गोबरसही चौक के पास अनाज व्यापारियों ने बैठक की और बिहार सरकार से विधानसभा में अध्यादेश लाकर बकाए राशि की वसूली के लिए कानून बनाने की मांग की है। इस दौरान पूरे बिहार के व्यापारियों ने एकजुटता दिखाते हुए बिहार व्यवसायिक अनाज संघ संगठन बना
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मुजफ्फरपुर के अनाज व्यापारी किसानों से धान गेहूं मक्का की खरीदारी कर हरियाणा और पंजाब के व्यापारियों से बेचते हैं। इस खरीद फरोख्त में व्यापारी और किसानों की राशि उधार लगती है, लेकिन हरियाणा और पंजाब के व्यापारी अनाज की खरीदारी कर राशि का भुगतान नहीं करते हैं। बिहार के लगभग व्यापारियों की राशि हरियाणा और पंजाब के व्यापारियों के यहां बकाया है।
बकाया राशि के भुगतान को लेकर बिहार भर के व्यापारी कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराए हुए हैं, लेकिन कोर्ट से उन्हें बड़े आसानी से बेल मिल जाती है। भुगतान नहीं करने की धमकी दी जाती है। इन सब मुद्दों को लेकर व्यापारियों में आक्रोश दिखा। उन्होंने बैठक एक संघ का निर्माण किया है। सरकार से सख्त कानून बनाने की मांग की है। इससे उन्हें आसानी से जमानत नहीं मिले और व्यापारियों की राशि का भुगतान हो जाए। इस दौरान उन लोगों ने प्रदर्शन भी किया।
संघ के अध्यक्ष साहिल अग्रवाल ने बताया कि मेरा 2 करोड़ रुपए बकाया हैं। इसी तरह बिहार के हर व्यापारी का करोड़ों रुपए हरियाणा और पंजाब के व्यवसाय के यहां बकाया हैं। सरकार से मांग है कि कानून बनाकर हमलोगों की राशि का भुगतान हो जाए। विधानसभा में कानून पारित कर समय सीमा तय की जाए।
हम लोग भी किसान से माल ले कर बेचते हैं। हम लोग दलाल के द्वारा वहां के व्यापारी से कांटेक्ट कर अनाज बेचते हैं। इसके लिए भी सरकार एक मार्केट की व्यवस्था करे। इन सब चीजों के लिए सरकार अविलंब कानून बनाएं।