बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बजट पेश होने से पहले मुख्यमंत्री पर तंज कसा है। तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘काम-धाम से कोई मतलब है जी? जनता को भ्रमित करने के लिए 2005 से पहले वाला घिसा-घिसाया-आजमाया डायलॉग और घिसा-पिटा ड्रामा फ
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अपने फेसबुक पेज पर तेजस्वी यादव ने एक मीम भी शेयर किया है। जिस पर लिखा है…
अरे सर, चुनाव आ रहा है। काम धाम तो कुछ किए नहीं। 20 बरस खाली पलटिए मारते रह गए। जनता को क्या जवाब देंगे। काम धाम का कोई मतलब है। 2005 के पहले वाला ड्रामा इस बार भी कर देंगे। 20 साल से इसी पर तो खेल रहे हैं।
वहीं, रविवार को पार्टी ऑफिस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार को सलाह देते हुए कहा था, ‘नीतीश कुमार आपका आखिरी बजट है। भले ही मेरी योजना की कॉपी कर लीजिए। लेकिन महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए दीजिए। बजट में सरकार को महिलाओं के लिए कुछ अच्छा ऐलान करना चाहिए।’

बिहार में बिजली सबसे ज्यादा महंगा जो मिलता है। सरकारी बजट में सभी को 200 यूनिट फ्री बिजली देने का ऐलान करें। किसानों के लिए भी फ्री में बिजली देने का काम करें। साथ ही मांग की है- वृद्धा पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन 400 से बढ़कर 1500 रुपए किया जाए।
4 तारीख को सरकार की पोल खोलूंगा
तेजस्वी ने मीडिया से कहा, ‘बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। हाउस और सदन कैसे चल रहा है, सभी लोग देख रहे हैं। 4 तारीख को विधानसभा में मेरा भी भाषण है। मैं सरकार की पोल खोलने का काम करूंगा।
जो कहूंगा करके दिखाऊंगा
PM मोदी पर तंज कसते हुए कहा था, ‘मैं 36 साल का हूं, 75 का नहीं। जुमलेबाजी नहीं करूंगा। जो कहूंगा वो करके दिखाऊंगा।’
साथ ही पीएम के बिहार दौरे पर कहा, ‘प्रधानमंत्री जी, जितनी बार बिहार आना है आप आइए। कोई दिक्कत नहीं है। 365 दिन मखाना खाइए, इससे भी दिक्कत नहीं है। आप सत्तू घोलकर पीजिए। अगर नहीं आता है तो मेरे पिता लालू यादव आपको सीखा देंगे।’