.
जिले में प्रशासन ने गेहूं की फसल कटने के बाद शेष बचने वाली नरवाई को जलाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। कार्रवाई से बचने के लिए किसान रात के अंधेरे में नरवाई जला रहे हैं। बता दें कि जिले में प्रशासन हर वर्ष प्रतिबंध लगाता है और कार्रवाई करने की चेतावनी जारी करता है, लेकिन कार्रवाई शून्य ही रहती है। इस साल भी किसान रात के समय चोरी छिपे नरवाई में आग लगाने लगे हैं। नरवाई की इस आग से ना केवल पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, बल्कि जमीन की उर्वरा शक्ति भी कम हो रही है।
मंगलवार रात्री अजापुरा गांव से लगे खेतों में नरवाई में आग लगा दी। आग बैरवा बस्ती तक पहुंच पाती, इससे पहले ही लोगों ने अपने स्तर से आग पर काबू पा लिया। इसके बाद भी नरवाई जलाने वालों पर कार्रवाई तो दूर उनकी पहचान भी नहीं की रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में नरवाई जलाने पर राजस्व विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।