लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने कार के शीशे में खटखटाकर बहस करके टप्पेबाजी करने वाले दो आरोपियों गिरफ्तार किया है। आरोपी लखनऊ के मुख्य चौराहों पर मोबाइल और लैपटॉप चुराने की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से दोनों आरोपियों गिरफ्तार कर जे
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बता दें लखनऊ के मुख्य चौराहों पर लगातार कार का शीशा ठोंककर चोरी की घटनाएं सामने आ रही थी। 15 सितंबर को ऐशबाग के रहने वाले मोहम्मद आसिफ त्यागी ने शिकायत दर्ज कराई कि वो हजरतगंज से जा रहे थे। तभी चौराहे के पास सिग्नल पर रुके तो एक युवक शीशा खटखटाकर चिल्लाने लगा। इसके बाद दूसरी तरफ एक युवक आया आकर शीशा खटखटाने लगा।
इतने में पहला वाला युवक आईफोन लेकर गायब हो गया। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से तलाश शुरू की। UPI5ED7662 नंबर की गाड़ी का पता चला। जिसके आधार पर छानबीन के बाद पुलिस ने शुक्रवार रात 11:15 बजे ब्रम्हपुरी जनपद मेरठ के रहने वाले मतलूब उर्फ भूरा और शादाब गिरफ्तार किया।
कैसे देते थे घटना को अंजाम
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गैंग का काम करने का तरीका बेहद शातिर और सोची-समझी रणनीति पर आधारित था। गिरोह के सदस्य भीड़-भाड़ वाले चौराहों पर गुजरने वाले चारपहिया वाहनों का निशाना बनाते थे। जैसे ही गाड़ी रुकती इनमें से एक सदस्य ड्राइवर की खिड़की के पास जाकर जोर से खटखटाता और ड्राइवर से कहता कि उसकी गाड़ी से पैर पर चोट लगी है।
ड्राइवर जैसे ही बहस में उलझता और खिड़की का शीशा नीचे करता, दूसरा सदस्य गाड़ी की दूसरी खिड़की पर जाकर जोर से खटखटाता और गाड़ी आगे बढ़ाने का इशारा करता। इस दौरान उनका एक साथी गाड़ी के अंदर रखा मोबाइल या लैपटॉप चुराकर फरार हो जाता था।
अलग-अलग जिलों में घूमकर करते टप्पेबाजी
पुलिस पूछताछ में ये भी मालूम हुआ कि आरोपी मतलूब उर्फ भूरा एक शातिर अपराधी है, जिसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के कई थानों में गंभीर अपराध दर्ज हैं। मतलूब के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज मामलों में हत्या, लूट, धोखाधड़ी और अन्य संगीन अपराध शामिल हैं। आरोपी के खिलाफ मेरठ में 16 मुकदमें दर्ज है।