लखनऊ के सैरपुर इलाके में कार के लिए पांच लाख न मिलने पर ससुरालवालों सैन्यकर्मी की बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। घटना को आत्महत्या का रूप दिखाने के लिए गले में रस्सी डाल दी। घटना से तीन घंटे पहले ही लड़की के पिता ससुरालवालों से बातचीत कर जल्द डिमांड
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हरदोई के ग्राम अतरौली निवासी कृष्ण कुमार सिंह रिटायर्ड सैनिक हैं। रिटायर्डमेंट के बाद कृष्ण कुमार हरदोई में वकालत करते हैं। कृष्ण कुमार ने बताया कि एक परिचित के जरिए 18 फरवरी 2025 को बेटी उपासना (27) की शादी सैरपुर के ग्राम दुग्गौर निवासी रामकरन के बेटे अभय प्रताप सिंह से की थी।
आरोप है कि उन्हें गुमराह करके शादी कराई गई। बताया गया कि अभय अपने भाई आशीष के प्रापर्टी व शराब के बिजनेस में साथ में काम करता है। जबकि ऐसा नहीं था। कृष्ण कुमार ने बेटी की शादी में हैसियत से ज्यादा दान दहेज दिया। लेकिन उसके बाद भी ससुरालवाले डिमांड करते रहे।
घटना के बाद लड़की के परिजन लखनऊ पहुंचे।
शादी के दो दिन बाद ही प्रताड़ित करने लगे
शादी के बाद उपासना घर पहुंची तो उसके दो दिन बाद ही पति, ससुर, जेठ आशीष, जेठानी सोनम और ममिया ससुर संजीव कम दहेज का ताना देने लगे। इसके कुछ दिन बाद कार की मांग करने लगे। मांग पूरी न होने पर आरोपी उपासना को प्रताड़ित करने लगे। उपासना अक्सर कॉल कर अपनी मां शशि, बहनों को प्रताड़ना की जानकारी देती थी, लेकिन सभी उसे कुछ दिनों बाद सब ठीक हो जाने का भरोसा देते थे।
शादी के 48वें दिन कर दी हत्या
बेटी की प्रताड़ना की शिकायत पर कृष्ण कुमार चार लोगों के साथ सोमवार दोपहर करीब 12ः30 बजे उसकी ससुराल पहुंचे। बातचीत में ससुरालवालों ने कार के लिए पांच लाख की डिमांड की। उन्होंने कहा कार मंहगी आएगी पांच लाख दे दो।
बाकी मिलाकर अच्छी गाड़ी ले लेंगे। कृष्ण ने असमर्थता दिखाते हुए मना कर दिया और बेटी को तंग न करने की गुजारिश की। साथ ही दो दिन फिर आने के लिए कहा। करीब 2:30 बजे वापस हरदोई जाने के लिए निकल गए।

शादी के दो दिन बाद से ही उपासना को ससुरालवाले प्रताड़ित करने लगे।
बहन को कॉल करके अनहोनी की शंका जताई
पिता के जाने के बाद ससुरालवाले और ताना देने लगे। नौबत मारपीट तक आ गई। इसके बाद घबराई उपासना ने अपनी बहन सोनी को कॉल करके मारपीट की जानकारी दी। साथ ही कहा उलझन हो रही है, कुछ अनहोनी हो जाएगी। बहन ने समझाया कि दो दिन में पिता आकर ले जाएंगे।
कृष्ण कुमार रास्ते में ही थी तभी शाम करीब 5ः30 बजे उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने बताया कि उपासना की तबियत खराब हो गई है। वह केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। पीड़ित रास्ते से ही लौट आया और ट्रॉमा सेंटर पहुंचा। यहां उपासना नहीं मिली।
आरोपी ससुरालवालों से संपर्क किया तो कॉल रिसीव नहीं की। रिश्तेदारों के जरिए पीड़ित को पता चला कि उपसना राम सागर मिश्र अस्पताल में है। पीड़िता राम सागर मिश्र अस्पताल पहुंचा तो शव मोर्चरी में रखा था। दोनों पैरों, हांथों में पिटाई के जख्म थे और उसकी गले में रस्सी का फंदा था।

पिता ने बताया कि बहन को कॉल करके अनहोनी की आशंका जताई थी।
पंखे में दुपट्टे और गले में था रस्सी का फंदा
पीड़ित पिता ने बताया कि 4 अप्रैल को उपासना पति अभय, जेठ आशीष के साथ हरदाई उनके घर आए थे। दोबारा ताना व मारपीट न करने की बात कहकर साथ ले गए। उस समय साजिशा का जरा भी अंदाजा नहीं था।
आरोपियों ने उपासना की हत्या को आत्महत्या साबित करने का प्रयास किया। मारने के बाद उसके गले में रस्सी लपेट दी। जबकि पंखे में दुपट्टा लटका दिया। उपासना के शरीर व बाएं आंख में चोट के निशान थे। गले में कसाव का निशान था।
गुमराह कर बिचौलिए ने कराई शादी
उपासना की शादी अभय के मामा संजीव ने कराई थी। संजीव ने अभय के शराबी होने की बात छिपाई थी। उपासना एलएलबी करने के बाद हरदोई में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी। अगर समय से सच्चाई पता चल जाती तो उसकी शादी कभी नहीं करते।
पीड़ित पिता ने हत्या का आरोप लगाते हुए ससुरालवालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसीपी बीकेटी अमोल मुर्कुट ने बताया कि आरोपित पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।