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Kalashtami Daan : कालाष्टमी का दिन सिर्फ पूजा-पाठ का दिन नहीं, बल्कि जीवन की मुश्किलों को हल करने का भी एक रास्ता है. अगर श्रद्धा से ये चार चीजें बाबा को चढ़ाई जाएं, तो धीरे-धीरे बदलाव नजर आने लगता है.
कालाष्टमी 2025
हाइलाइट्स
- कालाष्टमी पर कालभैरव को काले तिल चढ़ाएं.
- सरसों का तेल अर्पित करने से शत्रु बाधा से रक्षा होती है.
- गुड़ चढ़ाने से आर्थिक तंगी और कर्ज से राहत मिलती है.
Kalashtami Daan : जब ज़िंदगी में लगातार परेशानियां चल रही हों, पैसे टिक न रहे हों या कोई अदृश्य डर बना हो, तब कालभैरव बाबा की शरण लेना सबसे कारगर माना जाता है. हर महीने आने वाली कालाष्टमी को कालभैरव बाबा की पूजा करना बहुत फलदायक माना गया है. इस दिन की गई सच्ची भक्ति कई मुश्किलों को आसान बना सकती है. खास बात यह है कि अगर इस दिन कुछ खास चीजें बाबा को अर्पित की जाएं, तो आर्थिक तंगी, शत्रु बाधा और ग्रहों की टेढ़ी चाल से भी राहत मिल सकती है. आइए जानते हैं कौन-सी हैं वो 4 चीजें जो कालाष्टमी के दिन कालभैरव को चढ़ाई जाएं तो बड़ा लाभ हो सकता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
काले तिल का संबंध राहु, केतु और शनि जैसे ग्रहों से माना जाता है. अगर किसी की कुंडली में इन ग्रहों की वजह से रुकावटें आ रही हों, तो कालभैरव बाबा को काले तिल चढ़ाना बहुत असरदार माना गया है. काले तिल नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करते हैं और मन को शांति देते हैं. माना जाता है कि जब बाबा के सामने ये तिल अर्पित किए जाते हैं, तो वो अपने भक्तों की रक्षा करते हैं और उनका मनोबल बढ़ाते हैं.
सरसों का तेल कालभैरव बाबा का एक प्रिय भोग माना जाता है. इसे दीपक में जलाना या सीधे बाबा को अर्पित करना बहुत शुभ होता है. यह उपाय शत्रुओं से रक्षा करता है और शरीर में आ रही अनचाही परेशानी से भी राहत दिला सकता है. जिन लोगों पर बुरी नज़र या टोने-टोटके का असर हो, उनके लिए यह उपाय खास तौर पर मददगार होता है.
3. गुड़ – पैसों की दिक्कत और कर्ज से राहत
गुड़ का स्वाद जितना मीठा होता है, उसका असर भी उतना ही मीठा होता है. ऐसा माना गया है कि कालभैरव बाबा को गुड़ चढ़ाने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. जो लोग बार-बार पैसे की तंगी झेलते हैं या कर्ज में डूबे हुए हैं, उनके लिए यह उपाय चमत्कारी हो सकता है. इसके साथ ही घर में सुख-शांति और धन का प्रवाह भी बना रहता है.