Dried Flower Inside The Book : अक्सर जब कोई हमें फूल देता है – चाहे वह मंदिर से मिले हों या किसी अपने ने दिए हों – हम उन्हें बड़ी एहतियात से सहेज लेते हैं. कई बार तो हम उन्हें किताब के पन्नों में दबा देते हैं, यह सोचकर कि यादें ताजा रहेंगी. पर क्या आप जानती हैं कि यही आदत आपकी जिंदगी में कई तरह की परेशानी ला सकती है? भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा का मानना है कि सूखे फूलों को किताब या अलमारी में रखना ठीक नहीं होता. यह सिर्फ एक भावनात्मक जुड़ाव नहीं, बल्कि आपकी ऊर्जा के स्तर को भी प्रभावित करता है.
1. सूखे फूल और नकारात्मक ऊर्जा
फूल जब ताजे होते हैं, तब उनमें एक अलग ही ताजगी और ऊर्जा होती है. वे घर के वातावरण में पॉजिटिव असर डालते हैं. लेकिन जैसे ही वे सूख जाते हैं, उनका असर उल्टा हो जाता है. सूखा फूल मानी हुई भाषा में ‘मरी हुई ऊर्जा’ का प्रतीक होता है. यह ऊर्जा न केवल वातावरण में भारीपन लाती है, बल्कि मानसिक तौर पर भी तनाव बढ़ा सकती है.
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2. पढ़ाई और करियर में अड़चन
अगर आप छात्र हैं और अपनी किताब में किसी खास दिन का फूल संभाल कर रखते हैं, तो यह आपकी पढ़ाई में रुकावट बन सकता है. सूखे फूल ध्यान को भटकाते हैं और स्मरण शक्ति पर भी असर डालते हैं. ज्योतिष के अनुसार, यह आदत सफलता के रास्ते में रुकावट पैदा कर सकती है.
3. रिश्तों में दूरी
कई बार हम प्यार के निशानी के तौर पर फूल सहेजते हैं. परंतु जब वह फूल सूख जाते हैं, तो उनके साथ साथ रिश्तों में भी बासीपन आने लगता है. यह माना जाता है कि सूखे फूलों को सहेजने से आप पुराने जज़्बातों में अटके रह सकते हैं, जिससे नए रिश्तों में खुलापन नहीं आ पाता.
4. धन और स्वास्थ्य पर असर
सूखे फूलों की उपस्थिति से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जिसका असर सीधा आपकी आर्थिक स्थिति पर पड़ सकता है. यह धन की रुकावटों का कारण बन सकते हैं. साथ ही, अगर किसी बीमार व्यक्ति के कमरे में सूखे फूल रखे हों, तो यह उनकी सेहत को और बिगाड़ सकते हैं.
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5. सूखे फूलों का सही उपयोग
अगर आपको किसी खास अवसर पर फूल मिले हैं और आप उन्हें फेंकना नहीं चाहते, तो सबसे अच्छा तरीका है कि उन्हें सुखाकर खाद में बदल दें. इस खाद को आप बगीचे में या पेड़ पौधों की जड़ों में डाल सकती हैं. यह प्रकृति के लिए भी अच्छा होगा और आपकी भावनाएं भी सम्मानित रहेंगी.