किशनगंज में सोमवार को महावीर जयंती के अवसर पर जैन समाज ने भव्य शोभायात्रा निकाली। यह शोभायात्रा जैन मंदिर से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए तेरापंथ भवन में समाप्त हुई। इस शोभायात्रा में सैकड़ों की संख्या में बच्चे, युवक, युवतियां, महिलाएं
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इनमें बच्चों ने विभिन्न किरदारों के माध्यम से भगवान महावीर के संदेशों को प्रस्तुत किया। दिगंबर समाज के अध्यक्ष त्रिलोकचंद जैन ने कहा कि जैन समाज हर वर्ष की तरह इस बार भी सादगीपूर्ण तरीके से महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।
अहिंसा के सिद्धांत को बताया उत्तम सिद्धांत
डॉ. राजकरण दफ्तरी ने भगवान महावीर के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अहिंसा का सिद्धांत सभी जीव-जंतुओं के प्रति समानता और प्रेम का संदेश देता है। उन्होंने सत्य के मार्ग पर चलने और झूठ से बचने की सलाह दी। साथ ही अपरिग्रह के सिद्धांत का पालन करते हुए आवश्यकता से अधिक वस्तुओं का संग्रह न करने पर जोर दिया। उनके अनुसार, इन सिद्धांतों का पालन करने से जीवन शांतिमय रहता है।
अस्तेय का अर्थ होता है चोरी नही करना, दूसरों को बुरी दृष्टि से नहीं देखना; दफ्तरी ने आगे बताया कि ब्रह्मचर्य के सिद्धांत को यह एक उत्तम तपस्या के रूप में माना गया है।