किशनगंज सदर अस्पताल में गुरुवार शाम बिजली आपूर्ति बाधित होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शाम 6 बजे से 8 बजे तक बिजली नहीं थी।
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अस्पताल में जनरेटर होने के बावजूद उसे समय पर चालू नहीं किया जा सका। जनरेटर अस्पताल का पूरा लोड लेने में असमर्थ रहा। इससे वार्डों और आपातकालीन कक्ष में अंधेरा छा गया।
मोबाइल टॉर्च की रोशनी में मरीज का होता इलाज।
मोबाइल टॉर्च की रोशनी में करना पड़ा मरीजों का इलाज
चिकित्सकों को मोबाइल टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज करना पड़ा। एक मरीज के परिजन रामदेव प्रसाद ने बताया कि, ‘मां की हालत गंभीर थी। बिजली न होने से डॉक्टर टॉर्च की रोशनी में इलाज कर रहे थे। यह देखकर मन खिन्न हो गया।’

अस्पताल में छाया अंधेरा।
लगातार बनी रहती है बिजली की समस्या
स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों के अनुसार, अस्पताल में बिजली की समस्या लगातार बनी रहती है। स्थानीय निवासी रमेश सिंह ने प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए कहा, “यह शर्मनाक है कि जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में बिजली जैसी बुनियादी सुविधा का अभाव अस्पताल की कुव्यवस्था को दर्शाता है।”
इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उन्होंने जिला प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं यह घटना बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है।