किसान ने तहसील में किया आत्महत्या का प्रयास
बलौदाबाजार में एक किसान ने तहसील कार्यालय में जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। बुढ़गहन गांव के किसान हीरालाल साहू लंबे समय से अपनी जमीन पर कब्जे के विवाद से जूझ रहे थे।
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सुहेला तहसील कार्यालय में लंबित मामले को लेकर किसान लगातार चक्कर लगा रहा था। प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता से परेशान होकर उसने कार्यालय में ही जहर खा लिया। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुहेला में भर्ती कराया।
किसान ने कई बार तहसीलदार और अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इस घटना के बाद तहसीलदार कुनाल सरवैया और CMHO राजेश अवस्थी ने पत्रकारों से बात करने से इनकार कर दिया।
SDM ने दी सफाई
सिमगा के SDM अंशुल वर्मा के अनुसार, हीरालाल का मामला न्यायालयीन प्रक्रिया में था। तुरंत समाधान संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि संभवतः इसी कारण किसान मानसिक रूप से परेशान था।
घटना से किसानों में आक्रोश
इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों और किसान संगठनों में आक्रोश है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर समय पर किसान की शिकायत पर कार्रवाई होती, तो क्या यह घटना टाली जा सकती थी। फिलहाल डॉक्टरों की टीम किसान की स्थिति पर नजर रख रही है।
बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि यह मामला सुहेला तहसील का है और इसकी सुनवाई दिसंबर से चल रही थी। किसान ने आत्महत्या का प्रयास क्यों किया, इसकी जांच के लिए SDM अंशुल वर्मा को निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार जिला कांग्रेस अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर सरकार और राजस्व मंत्री को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, यह शर्मनाक है कि राजस्व मंत्री के अपने ही विधानसभा क्षेत्र में किसान आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर हो रहे हैं। इससे साफ साबित होता है कि सरकार और उसके मंत्री पूरी तरह असंवेदनशील हो गए हैं, और प्रशासन पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है। यह सरकार की नाकामी और मंत्री की विफलता का प्रमाण है।