ये तस्वीर 22 फरवरी को हुई मीटिंग की है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का हाल-चाल जाना था।
फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत अन्य मांगों को लेकर केंद्र और किसानों के बीच आज, बुधवार को सातवें दौर की वार्ता होगी। चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट में सुबह 11 बजे होने वाली मीटिंग में केंद्रीय कृषि मंत्री शिव राज सिंह
.
वहीं किसानों की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवन सिंह पंधेर की अगुआई में 28 किसान नेता पहुंचेंगे।
इससे पहले केंद्र और किसानों के बीच 6 मीटिंग हो चुकी हैं। 22 फरवरी को हुई पिछली बैठक में कोई हल नहीं निकला था। तब शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि किसानों ने कुछ आंकड़े दिए है, इन्हें सरकार के डेटा से मिलाया जाएगा।
खनौरी बॉर्डर से डल्लेवाल एम्बुलेंस में आएंगे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 113 से खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर हैं। 14 और 22 फरवरी को हुई पिछले दोनों मीटिंगों में डल्लेवाल एम्बुलेंस से चंडीगढ़ में मीटिंग में शामिल हुए थे। आज भी वह खनौरी बॉर्डर से एम्बुलेंस के जरिए ही मीटिंग के लिए पहुंचेंगे। पिछली मीटिंग में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीटिंग में डल्लेवाल का हाल-चाल जाना था।
केंद्र की तरफ से किसानों को भेजा गया लेटर…

किसान आंदोलन से जुड़ीं 3 अहम बातें…
1. HC ने शंभू बॉर्डर खोलने को कहा, हरियाणा सरकार SC पहुंची फरवरी 2024 में किसानों को शंभू बॉर्डर पर रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया। इसके खिलाफ अंबाला के व्यापारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने एक हफ्ते में बॉर्डर खोलने के आदेश दिए। मगर, इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 10 सुनवाई कर चुका है। इस दौरान रिटायर्ड जस्टिस की अगुआई में कमेटी भी बनाई, जो किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता कर मामला निपटा सके, लेकिन किसानों का आंदोलन लगातार जारी है।
2. 3 बार दिल्ली कूच की कोशिश की केंद्र के बातचीत भी बंद करने के बाद किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला किया। मगर, हरियाणा सरकार ने ट्रैक्टर समेत दिल्ली जाने की परमिशन देने से इनकार कर दिया। इसके बाद 101 किसानों के जत्थे दिल्ली रवाना किए गए। हालांकि हरियाणा पुलिस ने उन्हें भी शंभू बॉर्डर की बैरिकेडिंग पर रोक लिया। किसानों ने 6, 8 और 14 दिसंबर को दिल्ली कूच की कोशिश की लेकिन तीनों बार पुलिस ने रोक लिया। किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए।
3. डल्लेवाल ने अनशन शुरू किया, SC तक मामला पहुंचा इसी बीच किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने बेटे-बहू और पोते के नाम संपत्ति कर आमरण अनशन का ऐलान कर दिया। हालांकि 26 नवंबर 2024 को अनशन से पहले पंजाब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। मगर, उन्होंने वहीं अनशन शुरू कर दिया। किसानों के दबाव में 1 दिसंबर को पंजाब पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। उनका तब से ही अनशन जारी है।
इसी बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। मगर, डल्लेवाल ने मेडिकल मदद लेने से इनकार कर दिया। कोर्ट में करीब 10 बार उनकी सेहत को लेकर सुनवाई हुई। जिसके बाद केंद्र ने 14 फरवरी को बातचीत का न्योता दे दिया। तब डल्लेवाल मेडिकल सुविधा के लिए राजी हो गए।

