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Kedarnath Mandir : केदारनाथ महादेव का प्रसिद्ध मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है. यह मंदिर पांडव राजा जन्मेजय द्वारा निर्मित और 8वीं सदी में शंकराचार्य द्वारा पुनर्निर्मित है. यहां का शिवलिंग स्व…और पढ़ें
केदारनाथ महादेव का प्रसिद्ध मंदिर आस्था का केंद्र है.
हाइलाइट्स
- केदारनाथ धाम उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है.
- यह मंदिर पांडव राजा जन्मेजय द्वारा निर्मित और शंकराचार्य द्वारा पुनर्निर्मित है.
- केदारनाथ धाम हिंदू धर्म की चार धाम यात्रा का प्रमुख धाम है.
Kedarnath Yatra : केदारनाथ महादेव का प्रसिद्ध मंदिर और पांचवा ज्योतिर्लिंग है. यह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में पहाड़ी और ऊंची ऊंची चोटियों के बीच बसा हुआ 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रमुख ज्योतिर्लिंग है. इस मंदिर के अंदर उपस्थित शिवलिंग स्वयंभू शिवलिंग है. हिंदू धर्म के और महादेव की भक्तों की लिए यह मंदिर विशेष आस्था का केंद्र है.यहां जाना बहुत लोगों का सपना होता है. आइये इस मंदिर के इतिहास और महत्व को जानते हैं.
केदारनाथ का इतिहास : मान्यता के अनुसार इस मंदिर का निर्माण पांडव राजा जन्मेजय कराया था. बाद में क्षतिग्रस्त होने के पश्चात 8 वीं सदी में आदिगुरु भगवान शंकराचार्य के द्वारा इसका पुनर्निर्माण कराया गया. मंदिर की सीढ़िया पर किसी अन्य भाषा में कुछ शब्द लिखे हुए हैं, जिन्हें पढ़ना या उनका अर्थ जानना लगभग असंभव है. केदारनाथ मंदिर में चारों और चार बड़ी आकृति के स्तंभ विराजमान है. इन स्तंभों को चार वेदों का प्रतिनिधि माना जाता है. हजारों वर्षों से यहां एक अखंड दीप जलता है.जिससे निकली ज्योति को महादेव के रूप में देखा जाता है. मान्यता है की इस ज्योतिर्लिंग के स्थान पर भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले नर नारायण ऋषि तपस्या किया करते थे. उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव ने स्वयंभू शिवलिंग के रूप में उन्हें दर्शन देकर वहां स्थाई रूप से रहने का वरदान दिया था.
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आस्था और पर्यटन का संगम : केदारनाथ धाम हिंदू धर्म की चार धाम यात्रा का सबसे प्रमुख धाम माना जाता है. लाखों श्रद्धालु हर वर्ष यह दर्शन के लिए आते हैं. कई किलोमीटर लंबा ट्रैक और हिमालय की सुंदर बर्फीली चोटियां तीर्थ यात्रियों का मन मोह लेती हैं. धार्मिक महत्व के साथ इस मंदिर की यात्रा पर्यटन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. यहां के मनमोहक दृश्य और यात्रा दुनिया की किसी भी सुंदरतम जगह से अधिक लोकप्रिय है. इस वर्ष केदारनाथ धाम के दर्शन 2 मई से अक्टूबर माह चलेंगे.
केदारनाथ के नजदीक दर्शनीय स्थल : केदारनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर गुप्तकाशी नामक तीर्थ स्थल जहां मणिकार्णिका कुंड, अर्धनारीश्वर और विश्वनाथ मंदिर काफी फेमस और दर्शनीय स्थल है. केदारनाथ की यात्रा के दौरान गौरीकुंड मंदिर और गौरी झील के अलावा चोरावाली झील देखने के लिए बहुत सुंदर और शानदार स्थान है. केदारनाथ में त्रिगुणीनारायण मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक प्रमुख मंदिर है. इस सब के अलावा बासुकी और मंदाकिनी नदी की संगम का स्थल, सोनप्रयाग हिमालय के बीच चार धाम यात्रा के दौरान पढ़ने वाला यह स्थान बहुत ही सुंदर और मनमोहक है.
केदारनाथ में करें अभिषेक : केदारनाथ धाम में महादेव के शिवलिंग का दूध, दही, गंगाजल, शहद एवं पंचामृत से अभिषेक करने से हमारे सभी पाप नष्ट हो जाते हैं एवं मोक्ष की प्राप्ति होती है.उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में केदारनाथ धाम के दर्शन के बिना बद्रीनाथ धाम के दर्शन पूर्ण नहीं माने जाते हैं.