कोंडागांव के अंतरराज्यीय बस स्टैंड पिछले 2 सालों से बंद पड़ा है। जिसकी हालत अब खराब हो गई है। 6.51 करोड़ रुपए की लागत से बना यह बस स्टैंड अब असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है।
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बस स्टैंड का लोकार्पण होने के बाद भी बसों का संचालन शुरू नहीं हुआ है। शाम होते ही यहां शराबखोरी और स्टंटबाजी का माहौल बन जाता है। सुविधाओं की स्थिति भी खराब है। वॉशरूम, टॉयलेट और दरवाजे टूट-फूट कर कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं।
कोंडागांव के अंतरराज्यीय बस स्टैंड पिछले 2 सालों से बंद पड़ा है
सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था नहीं
12 साल पहले जिला बनने के बाद शहर के यातायात दबाव को कम करने के लिए यह बस स्टैंड बनाया गया था। बस स्टैंड में बड़े स्क्रीन तो लगाए गए, लेकिन सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था नहीं की गई। इसके चलते असामाजिक तत्व बेखौफ होकर यहां आते-जाते हैं।
असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग
शहरवासियों ने प्रशासन से दो मांगें रखी हैं। या तो बस स्टैंड को जल्द शुरू किया जाए या फिर सीसीटीवी कैमरे लगाकर स्थायी केयरटेकर की नियुक्ति की जाए। इससे असामाजिक गतिविधियों पर रोक लग सकेगी।
बस स्टैंड जल्द शुरू करने का आश्वासन
मुख्य नगर पालिका अधिकारी दिनेश कुमार डे ने आश्वासन दिया है कि बस स्टैंड जल्द शुरू करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को सूचित किया जाएगा और स्थायी केयरटेकर की व्यवस्था की जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए तो यह बस स्टैंड खंडहर में तब्दील हो जाएगा।