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- Kolkata Rape Murder Case; Former Principal Sandeep Ghosh| RG Kar Medical College
कोलकाता5 मिनट पहले
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CBI ने घोष को भ्रष्टाचार मामले में 16 अगस्त को हिरासत में लिया था। 14 सितंबर को उसे रेप-मर्डर केस में गिरफ्तार किया गया।
पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टर्स शनिवार, 21 सितंबर से ड्यूटी पर लौटेंगे। वे इमरजेंसी और जरूरी सेवाओं में आंशिक रूप से काम करेंगे। राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में भी जाएंगे। हालांकि, OPD में काम नहीं करेंगे।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर के बाद डॉक्टर्स पिछले 42 दिनों से हड़ताल पर थे। उन्होंने 19 सितंबर को काम पर लौटने की घोषणा की थी। डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन के बाहर धरना भी खत्म कर दिया है।
दूसरी तरफ, CBI ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष के नार्को टेस्ट के लिए शुक्रवार, 20 सितंबर को सियालदह कोर्ट में याचिका लगाई। एजेंसी पूर्व ताला पुलिस स्टेशन प्रभारी अभिजीत मंडल का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराना चाहती है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, संदीप घोष ने नार्को टेस्ट के लिए अपनी सहमति देने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने घोष और अभिजीत मंडल की CBI हिरासत 25 सितंबर तक बढ़ा दी है। 23 सितंबर को नार्को टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट को लेकर CBI की याचिका पर सुनवाई होगी।

CBI ने 14 सितंबर को घोष के साथ ताला पुलिस स्टेशन के SHO अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया था। ये तस्वीर उसे मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाने के दौरान की है।
CBI बोली- घोष के कुछ बयान भ्रामक, जांच में मदद नहीं कर रहा CBI के एक अधिकारी ने बताया कि घोष जांच में मदद नहीं कर रहा है। एजेंसी ने कोर्ट को यह भी बताया कि सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (CFSL) की रिपोर्ट ने उसके कुछ बयानों को भ्रामक करार दिया है।
अगर नार्को टेस्ट की इजाजत मिली तो एजेंसी घोष को गुजरात ले जाने की योजना बना रही है। घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट पहले ही हो चुका है। CBI ने रेप-मर्डर केस में सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में घोष और अभिजीत मंडल को 14 सितंबर को गिरफ्तार किया था।
CBI ने घोष को मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितता मामले में 16 अगस्त को हिरासत में लिया था। संदीप घोष ने 9 अगस्त को रेप-मर्डर की घटना के तीसरे दिन 12 अगस्त को प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दे दिया था।
डॉक्टर्स बोले- हमारी कुछ मांगें अभी भी अधूरी

डॉक्टरों ने 19 सितंबर को कहा था कि पश्चिम बंगाल में बाढ़ की स्थिति और हमारी कुछ मांगों पर राज्य सरकार की सहमत के कारण हमने आंशिक रूप से काम पर लौटने का फैसला किया है।
जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारी मांग पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और हेल्थ सर्विसेज के डायरेक्टर को हटाया गया है। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि आंदोलन खत्म हो गया है। राज्य के हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाने और अस्पतालों में थ्रेट कल्चर खत्म करने की हमारी मांग अभी भी जारी है।
बंगाल सरकार ने विनीत गोयल को पुलिस कमिश्नर पद से हटाया था मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 16 सितंबर को डॉक्टरों के साथ मीटिंग की थी। मीटिंग के बाद ममता ने कहा कि हमने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मान ली हैं। CM ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा था वे प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के खिलाफ एक्शन नहीं लेंगी।
डॉक्टरों की मांग पर बंगाल सरकार ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को पद से हटा दिया था। उनकी जगह मनोज वर्मा ने पद संभाला। स्वास्थ्य विभाग के भी 4 और अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है।
ममता-डॉक्टरों की मीटिंग को लेकर 7 दिन टकराव चला डॉक्टरों और ममता की मीटिंग को लेकर कोलकाता में 7 दिन तक टकराव चला था। 4 कोशिशें नाकाम होने के बाद 16 सितंबर को ममता और डॉक्टरों के डेलिगेशन की CM हाउस में बैठक हुई। इस बैठक में ममता ने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मानी थीं और कहा था कि काम पर वापस लौटें।
डॉक्टरों और CM की 16 सितंबर की मीटिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग के भी 4 और अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया। मेडिकल एजुकेशन डायरेक्टर डॉ. कौस्तुव नायक को स्वास्थ्य-परिवार कल्याण का डायरेक्टर बनाया गया। स्वास्थ्य सेवाओं के डायरेक्टर डॉ. देबाशीष हलदर को पब्लिक हेल्थ का OSD बनाया गया है। त्रिपुरारी अथर्व को DEO का डायरेक्टर चुना गया।
इसके अलावा 5 और पुलिस अधिकारियों के पद भी बदले गए। जावेद शमीम ADG कानून व्यवस्था, विनीत गोयल ADG और IG स्पेशल टास्क फोर्स, ज्ञानवंत सिंह ADG और IG इंटेलिजेंस ब्यूरो, दीपक सरकार नॉर्थ कलेक्टर, अभिषेक गुप्ता CO EFR सेकंड बटालियन का नाम शामिल है।

पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने संदीप घोष का रजिस्ट्रेशन रद्द किया पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का पंजीकरण रद्द कर दिया है। संदीप से पहले स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन 13 दिन से ज्यादा निकलने के बाद भी कोई स्पष्टीकरण न मिलने पर काउंसिल ने यह कदम उठाया।
उधर, नए कमिश्नर मनोज वर्मा गुरुवार, 19 सितंबर को आरजी कर कॉलेज और अस्पताल का दौरा करने पहुंचे। इसी घटना के विरोध में TMC से राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
