क्रिप्टो करेंसी के नाम पर रिटायर्ड कर्मचारी से धोखाधड़ी
सूरजपुर पुलिस ने क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान मोहम्मद जावेद अख्तर और प्रीतम कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल, लैपटॉप और एक कार जब्त की है।
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मामला भटगांव थाना क्षेत्र का है। एसईसीएल से रिटायर्ड कर्मचारी के बेटे अनिल कुमार ने 11 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जनवरी 2025 में भटगांव मार्केट में दोनों आरोपियों से मुलाकात हुई थी। आरोपियों ने खुद को क्रिप्टोकरेंसी के व्यापारी बताया और ZFT टोकन में निवेश करने का झांसा दिया।
आरोपियों ने बिटकॉइन का उदाहरण देते हुए कहा कि 2009 में इसकी कीमत मात्र 7 रुपये थी। अब यह बढ़कर 80-90 लाख रुपये हो गई है। उन्होंने पीड़ित को जेडएफटी टोकन में निवेश का प्रस्ताव दिया। बताया कि इस टोकन की वर्तमान कीमत 100 डॉलर है, जो भविष्य में कई गुना बढ़ सकती है। पूछताछ में आरोपियों ने कई अन्य लोगों से भी इसी तरह ठगी करने की बात कबूली है।
नेटवर्क मार्केटिंग के बेनिफिट का दिया लालच
उन्होंने मेटामास्क वॉलेट के जरिए आईडी बनाकर ZFT टोकन से वॉलेट एक्टिव कराया और इन्वेस्टमेंट के अलावा नेटवर्क मार्केटिंग के जरिए से अन्य लोगों को जोड़ने पर तीन प्रकार के लाभ, लेवल प्रॉफिट, रिवॉर्ड और इनकम में रॉयल्टी (जैसे विदेशी यात्रा आदि) का लालच भी दिया।
आरोपियों ने पीड़ित से 7.75 लाख रुपये की ठगी की, जो फोन पे और बैंक खातों के जरिए ट्रांसफर कराए गए। पूछताछ में आरोपियों ने यह भी कबूल किया है कि उन्होंने इसी तरह से कई अन्य लोगों से भी लाखों रुपये की ठगी की है।
पीड़िता की रिपोर्ट पर भटगांव थाना में अपराध क्रमांक 56/2025 के तहत धारा 318(4), 3(5) BNS, 66D, 74 IT एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।
दोनों आरोपियों को बिहार से पकड़ा
मामले की जानकारी मिलने पर डीआईजी और एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो और डीएसपी रितेश चौधरी के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने दबिश देकर दोनों आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार किया।
फिलहाल पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है और अन्य पीड़ितों की पहचान व ठगी की रकम का पता लगाने की कार्रवाई जारी है।