रविवार को एसडीएम बजरंग बहादुर ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को कार्रवाई कर एफआईआर की धमकी दी थी।
खंडवा में पानी की मांग को लेकर प्रदर्शन करने वाली महिलाओं सहित अन्य लोगों पर दर्ज FIR का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। नगर निगम और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। चार दिन पहले विश्वा कंपनी के खिलाफ लिखित शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रव
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निगम अधिकारी राजेश गुप्ता ने FIR के लिए एसडीएम से निर्देश मिलने की बात कही, जबकि एसडीएम का कहना है कि यह मामला निगम प्रशासन का है। पूर्व में भी विश्वा कंपनी और पाइपलाइन क्षतिग्रस्त करने वालों की शिकायतें की गईं, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
कांग्रेस बोलीं- यह सीएम का फेलियर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजनारायणसिंह ने कहा कि यह मुख्यमंत्री मोहन यादव की विफलता है। सरकार पानी जैसी बुनियादी जरूरत पूरी नहीं कर पा रही है और ऊपर से जनता पर केस लाद दिया गया है। कांग्रेस आज प्रदर्शन करेगी और कलेक्टर से मिलकर फर्जी केस समाप्त कराने की मांग करेगी।
निगम के प्रतिपक्ष नेता मुल्लू राठौर ने कहा-

महिला महापौर और महिला विधायक के होते हुए भी क्षेत्र में महिलाएं असुरक्षित हैं। पानी मांगने पर महिलाओं पर रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें अपमानित किया गया है। विश्वा कंपनी पर FIR की बात चली थी, लेकिन कार्रवाई प्रदर्शनकारियों पर हो गई।
यह था मामला
खंडवा में जलसंकट को लेकर महिलाओं ने चक्काजाम कर दिया था। विरोध-प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे एसडीएम बजरंग बहादुर ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को कार्रवाई कर एफआईआर की धमकी दी। जिस पर महिलाओं ने कहा- आप इतने बड़े अधिकारी हैं, इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती।”
रविवार को हुए चक्काजाम के बाद अफसरों ने भीड़ में शामिल महिलाओं को धमकाया। वहीं महिलाओं समेत कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर तक करवा दी गई। कोतवाली पुलिस ने 8 नामजद और अन्य के खिलाफ कलेक्टर के आदेश के उल्लंघन संबंधी धारा में केस दर्ज किया था।
आरोपियों में कांग्रेस नेताओं के साथ आम लोग भी शामिल हैं। इसके बाद से ही शहर में प्रशासन की कार्रवाई का विरोध हो रहा है। लोगों का आरोप है कि एक तरफ पेयजल सप्लाई करने वाली विश्वा कंपनी पर एफआईआर कराने में हिम्मत नहीं जुटा पाने वाला प्रशासन अब पानी मांगने वालों पर केस कर रहा है।

इन पर दर्ज हुआ था केस
पुलिस ने मनीषा पति दिनेश जायसवाल, ज्योति पति अभिषेक शर्मा, नीतू पांडा, नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौर उर्फ मूल्लू राठौर, दिलीप भावसार उर्फ देवा भावसार, अभिषेक शर्मा, सुमेर उर्फ राजा सेन, कांग्रेस नेता अर्श पाठक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की हैं। बता दें कि एक दिन पहले चक्काजाम के दौरान एसडीएम बजरंग बहादुर ने महिलाओं को धमकाया था कि हम आपके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
सांसद बोले – ये गलत, कार्रवाई करेंगे
पानी मांगने पर जनता पर एफआईआर दर्ज किए जाने के मामले को सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा था कि, यह तो लोगों का अधिकार है। ऐसा है तो दोषी अफसर के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। जनप्रतिनिधि और प्रशासन तो जनता के लिए ही हैं।
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