आरोपी तेजिंदर सिंह की फाइल फोटो।
खन्ना के गांव इकोलाहा में 9 सितंबर की शाम आम आदमी पार्टी किसान विंग के अध्यक्ष तरलोचन सिंह उर्फ डीसी का गोलियां मारकर कत्ल किया गया था। इस केस में मुख्यारोपी आढ़ती रंजीत सिंह निवासी इकोलाहा को वारदात के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। गत रात्रि इस केस म
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पॉलिटिकल मर्डर का हवाला देकर रिमांड लिया
मुख्यारोपी रंजीत सिंह का गिरफ्तारी के बाद तीन दिनों का रिमांड लिया गया था। शुक्रवार को रिमांड की अवधि समाप्त होने पर रंजीत को दोबारा खन्ना अदालत में पेश किया गया। जज के सामने सरकारी वकील ने पुलिस की तरफ से रिमांड की मांग की। हवाला दिया गया कि यह पॉलिटिकल मर्डर है। इसमें फरार दो भाइयों के अलावा कई और भी शामिल हैं। इसलिए अभी रिमांड की जरूरत है। आरोपी पक्ष के वकील ने कहा था कि तीन दिनों के रिमांड में कोई नई चीज सामने नहीं आई और न ही पुलिस को कोई सुराग मिला। इसलिए उन्होंने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की गई थी। दोनों पक्षों को सुनने के बाद जज ने आरोपी का दो दिनों का रिमांड दिया। इसके कुछ घंटे बाद ही अकाली नेता को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी तेजिंदर सिंह शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल का करीबी बताया जाता है।
खेत से लौटते मारी गोलियां
खन्ना में आम आदमी पार्टी किसान विंग के अध्यक्ष तरलोचन सिंह उर्फ डीसी (56) का गोलियां मारकर मर्डर कर दिया गया। सोमवार शाम को तरलोचन जब अपने खेत से घर लौट रहे थे तो किसी ने गोलियां मार दी। लहूलुहान हालत में तरलोचन जब गांव की सड़क किनारे पड़े थे तो उनका बेटा गांव के लोगों समेत उन्हें सिविल अस्पताल लेकर आया था। वहां डाक्टरों ने तरलोचन सिंह को मृत करार दिया था।
गांव में सरपंच चुनाव लड़ने की तैयारी
जानकारी के अनुसार तरलोचन सिंह ने पिछली बार भी गांव में सरपंच का चुनाव लड़ा था। लेकिन हार गए थे। कुछ समय पहले वे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। पार्टी की तरफ से उन्हें किसान विंग का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके साथ ही तरलोचन सिंह गांव में सरपंच का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच उनका मर्डर कर दिया गया।