खस्ता हाल सड़क को लेकर ग्रामीणों ने लगाया जाम
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जालौन के ग्राम आटा से इटौरा तक जाने वाले 10 किलोमीटर की मार्ग की स्थित खराब होने के कारण बरसात में लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है, जिसको लेकर बुधवार शाम को ग्रामीणों ने जाम लगा लिया, जिससे आटा इटौरा मार्ग पर जाम लग गया, जाम से आवागमन बाधित हो गया।
इसकी सूचना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को हुई मौके कर पहुंचे, जिन्होंने ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया मगर ग्रामीण 6 घंटे तक जाम लगाए रहे प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद जाम खोला गया, तब कहीं जाकर आवागमन शुरू हो सका।
मार्ग पर बड़े-बड़े गढ्ढे
मामला कालपी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम आटा है। यहां बीते कई माह से आटा-इटौरा संपर्क मार्ग का निर्माण नहीं हुआ, जिससे इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और बरसात में यह सड़क दलदल हो गई है, जिस कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, इतना ही नहीं स्कूली बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचने में काफी समस्याएं होती हैं।

ग्रामीणों ने महिलाओं और बच्चों के साथ मिलकर जाम
खस्ता खाल सड़क को देखते हुए आटा गांव के ग्रामीणों ने महिलाओं और बच्चों के साथ मिलकर आटा-इटौरा मार्ग पर जाम लगा लिया, जिससे आटा से इटौरा और इटौरा से आटा जाने वाले वाहनों के पहियों की रफ्तार थम गई, ग्रामीणों ने बबूल की लकड़ियां डालकर मार्ग पर जाम लगा दिया, जिससे जाम में सैकड़ों वाहन फंस गए, जिस पर आटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जाम लगाए ग्रामीणों को समझाते हुए जाम खुलवाने का प्रयास किया।
6 घंटे तक ग्रामीणों ने लगाए रखा जाम
मगर ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े रहे जिस कारण 6 घंटे तक ग्रामीणों द्वारा लगाए रखा। वही लम्बे समय तक लगे जाम की सूचना पर कालपी के उप जिलाधिकारी सुशील कुमार और सीओ डॉ देवेंद्र कुमार पचौरी जाम लगाए ग्रामीणों को समझाने पहुंचे, जहां रात लगभग 11 बजे तक ग्रामीणों को समझाया और जल्द से जल्द सड़क बनवाने का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर, ग्रामीणों ने जाम खोला। इस जाम के कारण ट्रक 6 घंटे तक जाम में फसे रहे।

जाम लगाए ग्रामीणों का कहना है कि सड़क इतनी खस्ता हाल हो गई है कि आए दिन स्कूल जाने वाले बच्चे घायल हो जाते हैं, बीते दिन भी खस्ता हाल सड़क होने के कारण एक एक व्यक्ति का एक्सीडेंट हो गया था, अगर सड़क खराब होने के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई थी, जिस कारण उसकी मौत हो गई थी।
इस सड़क के कारण ट्रक खराब हो जाते है और खमियाजा छोटे वाहन, एम्बुलेंस और स्कूली बच्चों को भुगतना पड़ता है, बच्चों की बसें जाम में फंस जाती है और वह स्कूल देरी से स्कूल पहुंचते हैं, उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो जाती है।
वहीं जाम खुलवाने के बाद कालपी के डिप्टी एसपी डॉक्टर देवेंद्र पचौरी ने कहा कि सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जाम लगाया था उन्हें आश्वासन दिया गया है कि जल्द से जल्द सड़क का निर्माण कर दिया जाएगा इसके बाद ग्रामीणों द्वारा जाम खोला गया, यातायात शुरू हो गया है, कानून की स्थिति सामान्य है।