फिलहाल रक्षम अपनी मां ललिता के पास है वहीं सीकर पुलिस सतीश की कही बातों की जानकारी कर रही है
सीकर के खाटू श्याम जी से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुए 3 साल के मासूम को मथुरा के थाना शेरगढ़ क्षेत्र से बरामद कर लिया गया। बच्चे को थाना क्षेत्र के एक गांव से दर्शन करने गया युवक ले आया था। मासूम के परिवार का आरोप है कि उसका अपहरण किया गया था। व
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पहले जानिए क्या था मामला
भोपाल के रहने वाली ललिता अपनी मां और आशा अहिरवार और बेटा रक्षम के साथ खाटू श्याम जी के दर्शन करने 6 जून को पहुंचे थे। भोपाल से जयपुर पहुंचने पर ललिता को 35 वर्षीय युवक मिला। जिससे बातचीत में पता चला कि वह भी खाटू श्याम जी दर्शन करने जा रहा है। इसके बाद सभी साथ हो गए। खाटू श्याम पहुंचने के बाद दर्शन के दौरान रक्षम गायब हो गया। ललिता ने उसी युवक पर अपहरण का आरोप लगाया। जिसके बाद सीकर पुलिस ने रक्षम की तलाश की।
रक्षम के अपहरण से खाटू श्याम में हड़कंप मच गया था
मथुरा में मिला मासूम
सीकर पुलिस ने CCTV कैमरों की मदद से युवक की तलाश शुरू की। इसी बीच पुलिस को स्योहारा गांव के पूर्व प्रधान ने बच्चे के उनके पास होने की जानकारी दी। जिसके बाद सीकर पुलिस मथुरा पहुंची और बच्चे को थाना शेरगढ़ क्षेत्र के स्योहारा गांव से बरामद कर लिया। पुलिस को आरोपी युवक नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस बच्चे को लेकर सीकर रवाना हो गई। जहां उसने रक्षम को उसकी मां ललिता के सुपुर्द कर दिया।
आरोपी युवक ने बताया उसने नहीं किया अपहरण
3 साल के मासूम रक्षम को लेकर जो युवक गया था वह मथुरा के थाना शेरगढ़ क्षेत्र के गांव स्योहारा का रहने वाला 35 वर्षीय सतीश निकला। सतीश ने बताया कि वह स्योहारा के नगला प्रतापगढ़ का रहने वाला है। सतीश ने बताया कि वह खाटू श्याम जी दर्शन करने जाता रहता है। सतीश ने बताया कि जयपुर स्टेशन पर बच्चे की मां और नानी मिलीं जहां बातचीत के बाद वह सभी खाटू श्याम जी पहुंच गए। जहां महिला ने भीड़ अधिक होने के कारण बच्चे को उसके पास छोड़ दिया और वह खुद दर्शन करने चली गईं।

यह सतीश है जिस पर बच्चे के अपहरण का आरोप लगा
12 घंटे तक किया इंतजार
सतीश ने बताया कि वह खाटू श्याम में मुखारबिंद पर 6 घंटे तक बैठा रहा। लेकिन जब बच्चे की मां और नानी नहीं आईं तो वह उस जगह पहुंचा जहां बैग रखा था। वहां भी उसने 6 घंटे तक इंतजार किया। 12 घंटे इंतजार के बाद जब कोई नहीं आया तो वह गांव आया और भाई के फोन से इसकी सूचना पूर्व प्रधान देवजीत को दी। जिसके बाद पूर्व प्रधान ने इसकी जानकारी पुलिस को दी और फिर बच्चा परिवार के पास पहुंच गया। सतीश ने बताया कि उसने अपहरण नहीं किया वह तो मजदूरी करता है और उसने तो मदद की है।

सतीश ने बच्चे के बारे में पूर्व प्रधान देवजीत को जानकारी दी जिसके बाद उन्होंने सीकर पुलिस को बताया
बच्चे की सुरक्षा के लिए सतीश लाया उसे मथुरा
स्योहारा गांव के पूर्व प्रधान देवजीत ने बताया कि सतीश खाटू श्याम जी दर्शन करने जाता रहता है। वहां उसकी मुलाकात भोपाल के परिवार से हुई। इसके बाद उसने कई घंटे वहां परिवार को तलाश किया नहीं मिला तो बच्चे की सुरक्षा को देखते हुए वह उसे गांव ले आया। जहां सतीश ने बच्चे के बारे में उनको बताया। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना खाटू श्याम पुलिस को दी और बच्चे को सुपुर्द कर दिया।