लखनऊकुछ ही क्षण पहले
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लखनऊ के चारबाग स्थित रवींद्रालय में सिखी मेरी पहचान फाउंडेशन ने खालसा सजना दिवस और वैशाखी पर्व पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या सिख श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में गुरु तेगबहादुर जी और गुरु गोविंद सिंह जी के संघर्ष और बलिदान को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया। फाउंडेशन के अध्यक्ष सरदार दिलप्रीत सिंह ने कहा – आने वाली पीढ़ियों को उनके इतिहास से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
सांस्कृतिक एकता का प्रतीक
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सिख गुरुओं के बलिदानों को भारत की असली पहचान बताया। लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने सिख समाज को भारत की रीढ़ की हड्डी करार दिया। राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने इस आयोजन को सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताया।

लखनऊ में खालसा सजना दिवस और वैशाखी पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में मौजूद लोग।
ऐसे कार्यक्रम अब जिलेवार भी होंगे
संस्था के उपाध्यक्ष रणवीर सिंह कलसी ने घोषणा की कि ऐसे कार्यक्रम अब जिलेवार भी होंगे। कार्यक्रम में भाजपा, आरएसएस और विधान परिषद के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। इनमें कमलेश मिश्रा, मुकेश शर्मा, अवनीश सिंह, कौशल जी और अरविंद त्रिपाठी शामिल रहे। सिख समाज की महिलाओं, युवाओं और बच्चों की बड़ी भागीदारी ने आयोजन को यादगार बना दिया।