सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह बात करते हुए।
पंजाब में गृहमंत्री अमित शाह की हत्या की साजिश रचने के दावों को खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यह अमृतपाल को बदनाम किया जा रहा है। सरकार के ही लोग फर्जी चैट रिलीज कर बयानबाजी कर रहे हैं।
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बता दें कि पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि अमृतपाल के समर्थक शाह की हत्या की तैयारी कर रहे थे। हालांकि, ये वारदात को अंजाम दे पाते, इससे पहले वॉट्सऐप ग्रुप की चैट लीक हो गई। ये वॉट्सऐप ग्रुप ‘वारिस पंजाब दे’ और ‘अकाली दल मोगा जत्थेबंदी’ के नाम से बने थे।
चैट के अनुसार, उनकी हिटलिस्ट में केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू और सीनियर अकाली नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया भी थे।
इसी बीच सांसद अमृतपाल सिंह पर लगे NSA को तीसरी बार बढ़ा दिया गया है। इसे लेकर दैनिक भास्कर ने गांव जल्लूपुर खेड़ा पहुंचकर अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह से बात की। पढ़िए पूरी बातचीत…
प्रश्न- तीसरी बार एनएसए बढ़ाया गया है, क्या कहेंगे? तरसेम सिंह – अल्पसंख्यकों के साथ जो रहा है, यह उसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। NSA एक साल के लिए होता है। उसे तीसरी बार बढ़ाया जाना लोकतंत्र की हत्या है। यह बहुत घिनौनी कार्रवाई है। इंसाफ को पसंद करने वाले इसकी निंदा कर रहे हैं।
प्रश्न- अब तो अमृतपाल सिंह अकेले रह गए हैं… तरसेम सिंह- सरकारें सोचती हैं कि अमृतपाल को अकेले रख कर मानसिक परेशान कर सकती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। एक बात हमारे और समर्थकों के मन में भी है कि अकेले रख कर या खाने में मिला कर उन्हें जानी नुकसान न पहुंचाया जाए।

उसका कसूर यही है कि नशे के दरिया को रोकने के लिए वह आगे आया। बिक्रम मजीठिया जैसे लोग अब शोर मचा रहे हैं कि अमृतपाल के आने से यह सब हो गया, लेकिन जो हालात बने हैं, ये उनकी सरकार के समय में ही बने। हमारे नौजवानों को राजनीति के लिए गैंगस्टर बनाया और उन्हें घरों से बेघर किया। ये सारी चीजें इन्हीं की देन है। अमृतपाल तो सभी को नशे से निकाल गुरुओं से जोड़ रहा था।
पहले से जो धंधा कर रहे हैं, जो ड्रग डीलर थे, बिक्रम मजीठिया की 6-6 हजार करोड़ की ED की जांचें हुईं, उन्हें चिंता हो गई कि उनका धंधा कैसे चलेगा। अब लोग इनसे थक चुके हैं। ये मानवता के कातिल हैं। ये सभी चाहते हैं कि अमृतपाल को दूर रखा जाए, ताकि अपना धंधा चला सकें।
प्रश्न- जल्लूपुर खेड़ा में अब नशे के क्या हालात हैं? तरसेम सिंह- जल्लूपुर खेड़ा नशे से मुक्त हो गया था। यहां लूट खोह भी नहीं होती थी। लेकिन, अब यहां भी दिन-दिहाड़े घटनाएं हो रही हैं, घर से निकलना मुश्किल है। सरकार यहां नशा पहुंचा रही है, ताकि दिखा सकें कि अमृतपाल का अपना गांव नशे से ग्रस्त है और अमृतपाल कैसे नशा छुड़ा सकता है?

प्रश्न- NSA बढ़ाए जाने के बाद 2 इल्जाम अमृतपाल पर लगे हैं? तरसेम सिंह- जब तीसरी बार सरकार ने NSA बढ़ाई तो अच्छा जीवन जीने वाले और इंसाफ पसंद लोगों ने इसका विरोध किया। NSA तीसरी बार बढ़ाए जाने को सही सिद्ध करने के लिए सरकार के पिट्ठू ऐसा शोर मचा रहे हैं और बयानबाजी कर रहे हैं।
प्रश्न- रवनीत बिट्टू ने आरोप लगाया है कि उन्हें और अमित शाह को मारने की साजिश की जा रही है? तरसेम सिंह – ये चैट फेक हैं। इनके ही कुछ लोग अमृतपाल को बदनाम करने के लिए ग्रुप में ऐसे डाल कर बयानबाजी कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि इसकी जांच होनी चाहिए। अगर किसी ने गलत किया है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। यह नहीं कि अमृतपाल के नाम पर गलत हजारों लोगों को उठा लिया जाए।

सबसे बड़ा डर राजनीतिक पार्टियों को है कि अमृतपाल का रसूख दिन ब दिन बढ़ रहा है। सरकार चाहे जितने मर्जी ड्रामे कर ले कि नशा बंद कर रहे हैं, लेकिन नशा लीडर व अफसरों की मिली भगत से बढ़ रहा है। इसलिए लोगों को इन पर विश्वास नहीं रहा। इसलिए, अमृतपाल का नाम नशे के सौदागरों व गैंगस्टरों के साथ जोड़ा जा रहा है।
जो भी क्रिमिनल हैं, वे किसी न किसी पार्टी के साथ जुड़े हैं। अब लोग समझदार हो चुके हैं। उन्हें ये कभी मंजूर नहीं होगा कि ये अब सत्ता में आएं।
प्रश्न- क्या अमृतपाल की पार्टी उप-चुनाव लड़ेगी? तरसेम सिंह – हम पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी उप-चुनाव नहीं लड़ेगी। लेकिन, 2027 के चुनाव और एसजीपीसी चुनावों के लिए पार्टी तैयारी कर रही है।
