पटना IGIMS के रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में पीजी सेकेंड ईयर के छात्र डॉ. आर्यन ने खुदकुशी कर ली। घर में फंदे से लटका शव मिला। खुदकुशी से एक दिन पहले बहन को बर्थडे विश किया था। कहा था तुम्हारा गिफ्ट उधार रहेगा। न्यू ईयर से मां-पिता के साथ रहने का प्लान ब
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दीघा थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर में आर्यन का अपना घर है, इसी घर में उसने सुसाइड किया। हालांकि यहां वो कम ही रहता था। कॉलेज के नजदीक राजा बाजार में किराए के कमरे में रहता था। सोमवार देर शाम वो अपने घर पहुंचा था। मां और पिता गांव गए थे। घटना के समय परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था।
पैसों की कोई दिक्कत नहीं थी
आर्यन के जानने वालों को विश्वास ही नहीं हो रहा कि वो ऐसा कदम उठा सकता है। चचेरे भाई संजय ने बताया कि पीजी एंट्रेस में टॉपर था। वो बहुत अच्छा लड़का था। कोई गलत आदत नहीं थी। हमेशा सुख-दुख में शामिल रहता था। जल्दी किसी से घुलता-मिलता नहीं था। लेकिन जान पहचान होने के बाद बहुत अच्छा व्यवहार रखता था। घर में भी किसी तरह का दबाव नहीं थी।
परिवार के सभी सदस्य कमाने वाले थे। पैसों की कोई दिक्कत नहीं थी। आर्यन घर में सबसे छोटा था। बड़ी बहन डिंपी डिफेंस में क्लर्क है। बहनोई रेलवे में इंजीनियर हैं। पिता दयानंद दास हाल ही में एसबीआई से रिटायर हुए है। मां 31 दिसंबर को रिटायर्ड होने वाली थीं। इसके बाद सबके साथ ही उसका रहने का प्लान था। पैसों के तंगी को लेकर आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकता है।
मृतक आर्यन की फाइल फोटो
3 मिनट तक भाई से फोन पर बात हुई थी
संजय ने आगे कहा कि सोमवार को बहन डिंपी का जन्मदिन था। किसी कारण से वो आ नहीं सका। दोस्तों के साथ ही बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट किया था। बहन से कहा था मेरे गिफ्ट उधार रहेगा। ऐसी अनहोनी होगी ये किसी को मालूम नहीं था। कभी किसी से अपनी परेशानी नहीं बताई। ऐसा किसी ने सोचा नहीं था कि इतना अच्छा लड़का ऐसा कर सकता है।
सोमवार शाम 8 बजे आर्यन से फोन पर करीब 3 मिनट तक बातचीत हुई थी। अपने चचेरे बहनोई के लंग्स की समस्या को लेकर चिंता जताई। उसने कहा था कि भैया IGIMS में लंग्स का ऑपरेशन नहीं होता है। हम पता कर लेते हैं। बढ़िया डॉक्टर से ऑपरेशन कराएंगे। पढ़ने में काफी तेज था। PMCH से MBBS की पढ़ाई की थी। पीजी के एंट्रेंस में टॉपर था। उसने ही बहनोई के लंग्स के प्रॉब्लम को डिटेक्ट किया था।
घटना वक्त घर में अकेले था
आर्यन पटना के राजा बाजार में किराए पर रूम लेकर रहता था। सोमवार रात 10 बजे वह शिवाजी नगर स्थित अपने घर पहुंचा था। माता-पिता पैतृक गांव गए हुए थे। घटना के समय अपने घर में अकेले ही था। मंगलवार को उसके दोस्तों ने सुबह 10 बजे किसी काम को लेकर कॉल किया। काफी देर तक कॉन्टेक्ट नहीं होने पर किराएदार को फोन किया।
किराएदार ने दरवाजा खुलवाने की काफी कोशिश की, लेकिन नहीं खुला। इसके बाद दोस्तों को बुलाया गया। उन्होंने भी दरवाजा खटखटाया।, कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद धक्का देकर दरवाजा खोला। आर्यन किचन में फंदा से लटका था।
इसी कमरे में मिला था आर्यन का शव
पटना, सहरसा और सुपौल कनेक्शन
इस घटना के बाद देर शाम तक लोग आर्यन के पैतृक घर को लेकर असमंजस की स्थिती बनी रही। कोई सहरसा तो कोई सुपौल बताता रहा। पटना के जिस घर में आत्महत्या की, वो उसका ही है। आर्यन की मां माधवी दास सहरसा के बनगांव में पोस्टेड हैं। इसलिए घर के सदस्यों का सहरसा भी आना जाना रहता था। मां ज्यादातर वहीं रहती थी। पड़ोसी जिला सुपौल के जगतपुर में पुस्तैनी घर है।
व्हाट्सएप चैट और कॉल डिटेल खंगाला जा रहा है
विधि व्यवस्था डीएसपी-2 दिनेश पांडेय ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद डेड बॉडी परिजनों को सौंप दिया गया है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला लग रहा है। आर्यन के मोबाइल को जांच के लिए जब्त किया गया है। कॉल डिटेल और व्हाट्सएप चैट को खंगाला जा रहा है। जांच के बाद की कारणों का खुलासा होगा।