गाजियाबाद के कविनगर में धरना प्रदर्शन करते बिजली कर्मचारी।
बिजली के निजीकरण के विरोध में आज भी बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन रहा। गाजियाबाद में समिति के संयोजक शेर सिंह त्यागी ने बताया कि नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर आज देश के सभी प्रांतों के बिजली कर्मचारियों
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निजी घरों से मिलीभगत के आरोप लगाए
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों ने बताया कि यह चर्चा है कि निजीकरण के लिए नियुक्त किए गए ट्रांजेक्शन कंसलटेंट ग्रांट थॉर्टन को झूठा शपथ पत्र देने के बावजूद निदेशक वित्त निधि नारंग ने उसे क्लीन चिट दे दी है।
इंजीनियर ऑफ कांट्रेक्ट ने झूठा शपथ पत्र देने के मामले में ग्रांट थॉर्टन का नियुक्ति आदेश रद्द करने की सिफारिश की थी। इसे न मान कर अब अवैध ढंग से नियुक्त किए गए ट्रांजेक्शन कंसलटेंट ग्रांट थॉर्टन को क्लीन चिट देकर निजीकरण की प्रक्रिया तेज की जा रही है। संघर्ष समिति ने कहा कि इस घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रबंधन की निजी घरानों से मिली भगत है। इसीलिए तीसरी बार निधि नारंग को सेवा विस्तार दिया गया है।
भोजन काल के दौरान कर्मचारी एक जुट हुए।
कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा
उत्तर प्रदेश में किए जा रहे बिजली के निजीकरण के विरोध में आज सभी परियोजनाओं पर भोजन अवकाश के दौरान सड़क पर उतरकर व्यापक विरोध प्रदर्शन किया गया। कहा कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों के साथ अपनी एकजुटता दिखाई। बिजली कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यूपी के बिजली कर्मियों का कोई भी उत्पीड़न करने की कोशिश की गई तो बिजली चुप नहीं बैठेंगे और सड़क पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
यह रहे गाजियाबाद में मौजूद
स्काडा ट्रेनिंग सेंटर कविनगर गाजियाबाद में आज कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया। साथ ही इस आंदोलन को मजबूती से बढ़ाने की योजना बनाई। इस मौके पर अमित त्रिपाठी, अरशद अली, बीके शर्मा, अजय शर्मा, वंश बहादुर, सिकंदर, धर्मेंद्र, योगेंद्र कुमार, ललित कुमार, अरुण नागर, पंकज भारद्वाज, वाहिद अली, अरविंद सूर्या, धीरज त्यागी, विजय शर्मा, राज सिंह, नगीन और अन्य रहे।