ग्वालियर के हरिशंकरपुरम निवासी 29 वर्षीय सानिध्य शिवहरे से गुजरात के दो भाइयों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी में पार्टनर बनाकर 50 से 70 प्रतिशत मुनाफे का झांसा दिया और करीब 82 लाख रुपए की ठगी कर ली। मामला सामने आने के बाद पीड़ित ने एसएसपी ग्वालियर से शिकायत क
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सानिध्य ने अप्रैल 2023 से लेकर अब तक अलग-अलग किस्तों में आरोपियों को यह रकम दी। आरोप है कि सूरत निवासी ललित देवाल और पंकज देवाल नामक भाइयों ने अपनी श्री सेठ सांवरिया कंस्ट्रक्शन फर्म में सानिध्य को 30% पार्टनर बनाकर निवेश करवाया और मोटा मुनाफा देने का वादा किया। पहले साल में ही 48 लाख के लाभ की बात कहकर प्रॉफिट एंड लॉस शीट भेजी गई, लेकिन जब मुनाफा मांगा गया तो कहा गया कि सारा पैसा बिजनेस में लगाया गया है।
रिश्तेदारों के नाम से खड़ी की कंपनी
शुरुआत में सानिध्य का संपर्क बलबीर सिंह और दिग्विजय शेखावत के माध्यम से हुआ था, जिन्होंने उसे ललित और पंकज देवाल से मिलवाया। आरोपियों ने मुनाफा देने के वादे के साथ यह भी कहा था कि यदि घाटा भी हुआ तो मूलधन 24% ब्याज समेत लौटा दिया जाएगा।
मार्च 2023 में अहमदाबाद में मुलाकात के बाद अप्रैल में दोनों आरोपी ग्वालियर आकर सानिध्य के पिता से भी मिले और भरोसा दिलाकर निवेश करवाया। इसके बाद सूरत में पार्टनरशिप बॉन्ड साइन कराए गए। पैसे मिलने के बाद आरोपियों ने अपने ही रिश्तेदारों विहारिका गधवी और विवेकदन गधवी को कंपनी में डायरेक्टर बनाकर पूरी रकम खुर्दबुर्द कर दी।
फोन बंद किया, गुजरात जाकर की सच्चाई जांच
सानिध्य के मुताबिक जब उसने और पैसा भेजने से इनकार किया और सूरत जाकर स्थिति जाननी चाही, तो पता चला कि उसकी रकम से कंपनी खड़ी कर दी गई और उसमें उसका नाम कहीं नहीं है। सच्चाई सामने आने के बाद आरोपी टालमटोल करने लगे और आखिर में मोबाइल भी बंद कर दिया।
पीड़ित ने तब ग्वालियर एसएसपी से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की, जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की।
क्राइम ब्रांच ने सानिध्य की शिकायत पर सूरत के ललित देवाल, पंकज देवाल, विहारिका गधवी, विवेकदन गधवी और संपत आशिया पर धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी ने बताया कि पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।