कोंडागांव में गुड फ्राइडे के अवसर पर जिले भर के चर्चों में श्रद्धालुओं ने गहन भक्ति के साथ प्रार्थना सभाओं में हिस्सा लिया। ईसा मसीह के बलिदान को याद करते हुए विशेष आराधना का आयोजन किया गया।
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सुबह से ही जिले के प्रमुख चर्चों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रार्थना सभाओं में बाइबिल वाचन और भजन गायन हुआ। पादरियों ने ईसा मसीह के जीवन से जुड़े उपदेशों का पाठ किया।
पादरियों ने अपने संदेश में मानवता, क्षमा और बलिदान के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने लोगों से आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ाने की अपील की।
प्रार्थना सभाओं में बाइबिल वाचन और भजन गायन हुआ
गुड फ्राइडे यानि आत्मनिरीक्षण का अवसर
स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। चर्चों के आसपास पुलिस बल तैनात किया गया। इससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
श्रद्धालुओं का कहना था कि गुड फ्राइडे उन्हें आत्मनिरीक्षण का अवसर देता है। यह दिन ईसा मसीह की शिक्षाओं को जीवन में उतारने की प्रेरणा देता है।

श्रद्धालु इस दिन ईसा मसीह की शिक्षाओं को याद करते है।
गुड फ्राइडे क्यों मनाते है?
गुड फ्राइडे ईसाई कैलेंडर में सबसे पवित्र दिनों में से एक है, जिसे ईस्टर के मौसम के दौरान दुनिया भर में लाखों लोग मनाते हैं। यह ईसा मसीह के क्रूस पर चढ़ने और उनकी मृत्यु की याद में मनाया जाता है, जो ईसाई धर्म में एक केंद्रीय घटना है। समाचारों के मुताबिक, इस दिन यीशु को गिरफ्तार किया गया, उन पर मुकदमा चलाया गया और उन्हें सूली पर चढ़ाकर मौत की सजा सुनाई गई थी।