गुरुग्राम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष की दौड़ शुरू हो गई है। मंगलवार की बैठक से पहले पीसीसी ऑब्जर्वर ने कुछ कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
हरियाणा के सबसे महत्वपूर्ण शहरों में से एक गुरुग्राम में कांग्रेस पार्टी ने अपनी राजनीतिक गतिविधियों को तेज कर दिया है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) द्वारा संगठन सृजन अभियान के तहत गुरुग्राम में नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू
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इस दौड़ में उम्र की पाबंदी होने की वजह से कई दिग्गज नेता बाहर हो चुके हैं, जिसके कारण युवा कार्यकर्ताओं में जोश देखने को मिल रहा है। युवाओं और महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए विशेष फोकस रहेगा।
30 से ज्यादा कार्यकर्ता दौड़ में
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक 30 से ज्यादा कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं। मंगलवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में बैठक बुलाई गई है, जिसमें प्रदेश प्रभारी जितेंद्र बघेल, केंद्रीय ऑब्जर्वर सीजी चंद्रशेखरन, पीसीसी ऑब्जर्वर लखन सिंगला और देवेश कुमार शामिल होंगे।
मीटिंग से पहले कार्यकर्ताओं से मुलाकात की
इस बैठक में कई नामों पर चर्चा में हैं, और पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। मंगलवार को होने वाली महत्वपूर्ण बैठक से पहले, पीसीसी ऑब्जर्वर लखन सिंगला और देवेश कुमार ने रविवार शाम को स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की, जिसमें संगठन को मजबूत करने और आगामी बैठक की रणनीति पर चर्चा हुई।
गुरुग्राम पर प्रदेशभर की नजर
ऑब्जर्वर देवेश ने बताया कि कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने के लिए शुरू किए गए संगठन सृजन अभियान का गुरुग्राम में विशेष महत्व है। यह शहर न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से हरियाणा का केंद्र है, बल्कि राजनीतिक रूप से भी यहां की गतिविधियां पूरे राज्य में प्रभाव डालती हैं।
मंगलवार की बैठक पूरी तरह से जिलाध्यक्ष की नियुक्त पर केंद्रित रहेगी, लेकिन इस बैठक में कार्यकर्ताओं से इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी, ट्रैफिक जाम और जल संकट जैसे मुद्दों पर चर्चा भी की जाएगी। जिन्हें कांग्रेस अपनी रणनीति का हिस्सा बनाना चाहती है।
जिलाध्यक्ष की नियुक्ति: कौन होगा अगला चेहरा?
जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म है। कई नेता इस पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि पार्टी एक ऐसे चेहरे की तलाश में है, जो न केवल स्थानीय स्तर पर लोकप्रिय हो, बल्कि युवा और अनुभवी कार्यकर्ताओं के बीच संतुलन भी बना सके। मंगलवार की बैठक में आवेदन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है और सभी की नजरें इस पर टिकी हैं।
क्योंकि गुरुग्राम में कांग्रेस का प्रदर्शन पिछले कुछ वर्षों में अपेक्षाकृत कमजोर रहा है और पार्टी अब इस स्थिति को बदलने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और जनता के बीच कांग्रेस की नीतियों को ले जाने की जिम्मेदारी दी गई है।