राजगढ़ जिले के ब्यावरा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में गुरुदेव प्रेमनारायण ने समाज में विधवाओं के प्रति बदलते दृष्टिकोण पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे धर्मराज युधिष्ठिर ने अभिमन्यु की विधवा पत्नी उत्तरा को सम्मा
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कथा के शुभारंभ में करीब 300 महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। मध्यप्रदेश शासन के मंत्री नारायण सिंह पंवार, पूर्व विधायक रामचंद्र दांगी, महेंद्र यादव और जगदीश पंवार मौजूद रहे।
दुनियादारी एक सपना, केवल भगवान ही सत्य गुरुदेव ने कहा कि सत्संग से मन में शांति का संचार होता है और प्रभु से प्रेम बढ़ता है। उन्होंने समझाया कि संसार असत्य है और दुनियादारी मात्र एक सपना है, केवल भगवान ही सत्य हैं। उन्होंने वर्तमान समाज में विधवा महिलाओं के प्रति गलत दृष्टिकोण को निंदनीय बताते हुए इस सोच को बदलने का आह्वान किया। गुरुदेव ने श्रद्धालुओं से विधवाओं के सम्मान और पुनर्वास के लिए प्रयास करने का संकल्प लेने को कहा।