उद्योग मंत्री संजय यादव ने भूख हड़ताल पर बैठे प्रदर्शनकारियों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया।
झारखंड के गोड्डा में अडानी पावर प्लांट के बाहर चल रहा प्रदर्शन समाप्त हो गया है। स्थानीय लोग 31 मार्च से धरने पर बैठे थे। उन्होंने 3 अप्रैल से भूख हड़ताल शुरू कर दी थी।
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प्रदर्शनकारी जमीन के बदले अडानी में स्थाई नौकरी की मांग कर रहे थे। वे 2016 से इनोव कंपनी में कार्यरत थे। बाद में उन्हें रिद्धि सिद्धि लिमिटेड में स्थानांतरित कर दिया गया। कर्मचारियों की मांग थी कि उन्हें आउटसोर्सिंग कंपनी की बजाय अडानी प्राइवेट लिमिटेड में सीधी भर्ती दी जाए।
मंत्री ने प्रदर्शनकारियों की मांग को उचित बताया
उद्योग मंत्री संजय यादव ने आंदोलनकारियों से मुलाकात की। उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठे प्रदर्शनकारियों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया। मंत्री ने प्रदर्शनकारियों की मांग को उचित बताया। साथ ही पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
बैठक में जिला प्रशासन, अडानी के वरिष्ठ अधिकारी और रैयत शामिल होंगे
मंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाने का वादा किया। इसमें जिला प्रशासन, अडानी के वरिष्ठ अधिकारी और रैयत शामिल होंगे। सभी 55 आंदोलनकारी रैयतों को रिद्धि लिमिटेड में नौकरी दी गई है। अडानी द्वारा स्कूल बनने तक रैयतों के बच्चों की शिक्षा का खर्च वहन किया जाएगा।
अडानी के अधिकारियों के अनुसार, कुल 178 कर्मचारियों को रिद्धि लिमिटेड में समायोजित किया गया है। सभी कर्मचारियों की उपस्थिति भी दर्ज करा ली गई है।