गोरखपुर के खोराबार थाना पुलिस के पास सोमवार को अनोखा मामला आया। पिता के साथ पहुंचे 14 साल के एक बच्चे ने अपहरण की कहानी बताई। मामला गंभीर था। सभी वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दे दी गई। तेजी से जांच भी शुरू हो गई। लेकिन जब नतीजा आया तो सबने अपना सिर पकड़
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गाड़ी का नंबर बताया, निकली वकील की
बच्चे ने कहानी सुनाने के साथ यह थी बताया कि किस नंबर की गाड़ी से उसका अपहरण किया गया था। पुलिस को लगा कि जांच में अब आसानी होगी। तत्काल उस नंबर की डिटेल निकाली गई तो यह बात सामने आयी कि गाड़ी एक वकील की है। पुलिस ने उनसे संपर्क किया तो वह कचहरी में थे। उन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से उन्होंने कार का इस्तेमाल नहीं किया है। कार घर पर खड़ी है। अब पुलिस को समझ आने लगा कि कहानी में कुछ झोल है।
पेट्रोल पंप पर भी पहुंची पुलिस बच्चे की कहानी में बताए गए पेट्रोल पंप पर भी पुलिस पहुंची। सीसी कैमरे को खंगाला गया लेकिन बताए गए समय पर ऐसा कुछ नजर नहीं आया जो बच्चे ने बताया था। इसके बाद पुलिस पेट्रोल पंप के कर्मचारी के पास पहुंची। कर्मचारी ने उसके पिता को फोन किया था। पुलिस से पूछताछ में उसने इस बात को स्वीकार किया। कर्मचारी ने बताया कि बच्चा काफी आराम से स्वयं चलते हुए आया था। उसने घरवालों से बात कराने का अनुरोध किया था।
अब बच्चे से पूछताछ हुई कहानी झूठी है, यह जानने के बाद पुलिस को असली बात पता करनी थी। बच्चे को अलग ले जाकर पूछताछ की गई। बच्चे ने सच बता दिया। यह पता चला कि बच्चे ने घर से रुपये लिए थे और बचने के लिए सारी कहानी सुनाई। सच जानने के बाद उसके पिता अचंभित रह गए और उसे लेकर चले गए। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि खोराबार थाने में पिता के साथ आए बच्चे ने अपहरण की सूचना दी थी। जांच में पता चला कि उसने बिना बताए कुछ रुपये घर से ले लिए थे। जिसके कारण झूठी कहानी गढ़ ली।