गोरखपुर के रंगमंच को अपनी लेखनी, निर्देशन और अभिनय से समृद्ध करने वाले वरिष्ठ रंगकर्मियों की स्मृति में रविवार को बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में रंगमहर्षि मंच की ओर से सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नई दिल्ली की पैरोज़ ग्रुप द्वारा डॉ.
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श्रद्धांजलि और रंगयात्रा की प्रस्तुति ने बांधा समां
समारोह की शुरुआत वरिष्ठ रंगकर्मी राजेंद्र श्रीवास्तव, पीयूषकांत ‘अलग’, रोशन एहतेशाम और रवि अवस्थी को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। उनके रंगमंचीय योगदान को वीडियो और पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिसे वरिष्ठ रंगकर्मी शैलेश श्रीवास्तव और मानवेंद्र त्रिपाठी ने तैयार किया। इस प्रस्तुति को दर्शकों की सराहना मिली।
संरक्षक मंडल के सदस्यों को किया गया सम्मानित
समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि पुष्पदन्त जैन, रविशंकर खरे और मुख्य संरक्षक डॉ. विमल कुमार मोदी की मौजूदगी में रंगमहर्षि मंच के संरक्षक मंडल के सदस्यों—डॉ. स्मिता मोदी, डॉ. त्रिलोक रंजन, सुधीर डॉक्टर, डॉ. आलोक गुप्ता, डॉ. सुरेश श्रीवास्तव, हरिश्चंद्र गुप्ता, अरविंद चंद्र, देवेंद्र चौधरी, जे.के. लाल, राकेश श्रीवास्तव और प्रबोध श्रीवास्तव को अंग वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया।
दो वरिष्ठ रंगकर्मियों को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
रंगमंच के क्षेत्र में दशकों से सक्रिय दो वरिष्ठ कलाकारों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। सुल्तान अहमद रिजवी को ‘विनोद चन्द्रा स्मृति लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड’ और तमाल आचार्य को ‘राजेंद्र श्रीवास्तव लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से नवाजा गया। दोनों ने अपने अभिनय और निर्देशन से गोरखपुर रंगमंच को नई ऊंचाई दी है।
‘ग़ालिब इन न्यू दिल्ली’ ने दर्शकों को खूब हंसाया
हास्य नाटक ‘ग़ालिब इन न्यू दिल्ली’ ने समारोह को जीवंत बना दिया। नाटक में मिर्ज़ा ग़ालिब के पुनर्जन्म और आधुनिक दिल्ली में उनके हास्य-व्यंग्य से भरे अनुभवों को मंचित किया गया। नाटक में मिर्ज़ा ग़ालिब का किरदार समकालीन सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर तीखा व्यंग्य करता है, जो दर्शकों को हँसाने के साथ सोचने पर भी मजबूर करता है।
कलाकारों ने बखूबी निभाए अपने किरदार
नाटक में अंजू छाबड़ा (पान वाली व मिसेज चड्ढा), सत्यम झा (बस कंडक्टर व ऐड एग्जीक्यूटिव), राघव चड्ढा (टैक्सी ड्राइवर व दिल्ली पुलिस) और देव (रिक्शावाला) के अभिनय ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया। खास बात यह रही कि गोरखपुर में जन्मे और यहीं से रंग यात्रा शुरू करने वाले हिमांशु श्रीवास्तव ने टैक्सी ड्राइवर और शराबी की भूमिका निभाकर शानदार अभिनय किया। हिमांशु पिछले 10 वर्षों से पैरोज़ ग्रुप से जुड़े हैं और देशभर में 400 से ज्यादा मंचनों में भाग ले चुके हैं।
कलाकारों को मिला सम्मान, दर्शकों ने सराहा
कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों को गोरखपुर के वरिष्ठ रंगकर्मियों द्वारा अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मंचन से पूर्व संस्था के संरक्षक सर्वेश दुबे ने अतिथियों और दर्शकों का स्वागत किया। संचालन रीता श्रीवास्तव ने किया, जबकि आयोजन की संकल्पना रंगमहर्षि मंच के अध्यक्ष अशोक महर्षि ने तैयार की। कार्यक्रम के अंत में डॉ. विमल कुमार मोदी ने सभी दर्शकों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।