मुंबई28 मिनट पहले
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गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों के शेयरों में सोमवार को तेजी देखने को मिल रही है। मुथूट फाइनेंस,मणप्पुरम फाइनेंस और IIFL फाइनेंस के शेयरों में 7% तक की तेजी है। IIFL फाइनेंस का शेयर 30 रुपए की बढ़ोतरी के साथ 479 रुपए पर ट्रेड कर रहा है।
वहीं मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयर में 3% से ज्यादा की तेजी है। शेयरों में इस तेजी का कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गोल्ड लोन के नियमों में बदलाव को माना जा रहा है। रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को 2.5 लाख रुपए तक के गोल्ड लोन पर लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेश्यो 75% से बढ़ाकर 85% कर दिया था।
यानी अब 1 लाख रुपए की गोल्ड वैल्यू पर 85,000 रुपए तक लोन मिल सकेगा, पहले यह सीमा 75,000 रुपए थी। 2.5 लाख रुपए तक के छोटे गोल्ड लोन पर क्रेडिट अप्रेजल की जरूरत नहीं होगी, यानी कागजी कार्रवाई कम होगी और लोन जल्दी मिलेगा।
इससे छोटे कर्जदार खासकर ग्रामीण और छोटे शहर वाले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए के लिए लोन लेना और आसान हो जाएगा। वहीं 2.5 से 5 लाख रुपए तक के गोल्ड लोन पर ये LTV 80% रहेगी। 5 लाख रुपए से ज्यादा के लोन पर LTV को 75% रखा गया है। 2.5 लाख रुपए से ज्यादा के लोन पर क्रेडिट अप्रेजल लेना होगा।

वित्त मंत्रालय ने RBI को सुझाव दिया था
इस पहले वित्त मंत्रालय ने RBI को सुझाव दिया था कि 2 लाख रुपए तक के गोल्ड लोन को सख्त नियमों से छूट दी जाए, ताकि छोटे कर्जदारों को जल्दी लोन मिल सके।
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, नए नियमों से गोल्ड लोन सेक्टर में पारदर्शिता और लचीलापन आएगा। फाइनल गाइडलाइंस सोमवार तक जारी हो जाएंगी।
गोल्ड लोन LTV क्या है?
LTV यानी लोन-टू-वैल्यू रेशियो। LTV का मतलब आपके गोल्ड की कुल वैल्यू के अनुपात में आपको कितना लोन मिलेगा। नए नियमों के बाद 1 लाख के गोल्ड पर 85,000 रुपए तक लोन मिल सकेगा।

गोल्ड लोन लेने से पहले ध्यान रखें कुछ बातें
गोल्ड लोन लेने से पहले कई पहलुओं पर गौर करना जरूरी है। इनमें ब्याज दर, लोन-टू-वैल्यू रेशियो, प्रोसेसिंग फीस और कर्ज चुकाने की शर्त शामिल हैं। इन सबसे बढ़कर आपके द्वारा गिरवी रखे गए सोने की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसे में आपको प्रतिष्ठित लेंडर (यानी गोल्ड लोन देने वाली फर्म) को चुनना चाहिए, जिनके पास सुरक्षित स्टोरेज या लॉकर फैसिलिटी या फिर इंश्योर्ड वॉल्ट हो।
- गोल्ड लोन एक सिक्योर्ड लोन है। सोना गिरवी होने से लोन देने वाले का वित्तीय जोखिम कम होता है।
- गोल्ड लोन की प्रोसेसिंग में तुलनात्मक रूप से कम समय लगता है। इसमें ज्यादा कागजी कार्यवाही की जरूरत नहीं होती।
- गोल्ड की कीमतें बढ़ने पर आपका निवेश मूल्य बढ़ सकता है, जिससे गोल्ड लोन लेना एक फायदे का सौदा हो सकता है।
कितने समय के लिए ले सकते हैं लोन?
आम तौर पर आपको लोन चुकाने के लिए 3 से 2 साल तक का समय मिलता है। लेकिन यह बैंक और एनबीएफसी पर निर्भर करता है। जैसे HDFC बैंक 3 महीने से दो साल तक के लिए कर्ज देता है। SBI तीन साल तक के लिए देता है। मुथूट और मनापुरम ज्यादा समय तक के लिए कर्ज देते हैं।
अधिकतम कितना गोल्ड लोन ले सकते हैं?
ज्यादा से ज्यादा आपको एक लाख के सोने पर 90 हजार रुपए का लोन मिलेगा। SBI 50 लाख रुपए तक का गोल्ड लोन देता है। वहीं 1500 रुपए भी लोन देती हैं। चूंकि यह कंपनियां केवल गोल्ड लोन ही देती हैं इसलिए यहां अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।
गोल्ड लोन के लिए क्या कोई डॉक्यूमेंट भी चाहिए?
SBI की वेबसाइट के अनुसार आपको पैन कार्ड, आधार और 2 पासपोर्ट साइज देना होगा। इसके अलावा पते का भी प्रूफ देना होगा।
क्या इसमें आपका क्रेडिट स्कोर देखा जाता है?
गोल्ड लोन एक तरह का सिक्योर्ड लोन होता है। इसीलिए इसमें आपका क्रेडिट स्कोर मायने नहीं रखता है। ये लोन आपको पर्सनल लोन की तुलना में आसानी से और कम ब्याज पर मिलता है।
कैसे चुकाना होता है लोन?
बैंक या NBFC आपको लोन की रकम और ब्याज का भुगतान (रीपेमेंट) करने के लिए कई ऑप्शन देते हैं, आप इनमें से अपनी जरूरत के हिसाब से किसी को भी चुन सकते हैं। आप समान मासिक किस्तों (EMI) में भुगतान कर सकते हैं। इसके अलावा आप एकमुश्त मूल भुगतान के दौरान ब्याज भर सकते हैं। इसे बुलेट रीपेमेंट कहते हैं, और इसमें बैंक मासिक आधार पर ब्याज लेते हैं।
लोन न चुकाने पर आपके सोने का क्या होगा?
यदि आप समय पर लोन नहीं चुका पाते हैं, तो कर्ज देने वाली कंपनी को आपके सोने को बेचने का अधिकार है। इसके अलावा अगर सोने की कीमत गिरती है, तो कर्जदाता आपसे अतिरिक्त सोना गिरवी रखने के लिए भी कह सकता है। गोल्ड लोन लेना तभी सही है जब आपको कुछ समय के लिए पैसों की जरूरत हो। घर खरीदने जैसे बड़े खर्च के लिए उनका इस्तेमाल न करना सही नहीं होगा।
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) बैंकों को दिए जाने वाले कर्ज की दर यानी रेपो रेट में 0.50% की कटौती की है। अब रेपो रेट 5.50% रह गया है। इससे बैंकों को RBI से कम ब्याज पर कर्ज मिलेगा।
ब्याज में इस कटौती को बैंक अपने ग्राहकों को ट्रांसफर करते हैं, तो आने वाले दिनों में लोन सस्ते हो सकते हैं। लोन सस्ते होने पर लोगों की मौजूदा EMI भी घट जाएगी। पढ़ें पूरी खबर