गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 1800 पेड़ों की कटाई शुरू।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से होकर गुजरने वाली सड़क को बिलासपुर जबलपुर नेशनल हाईवे मार्ग बनाने की तैयारी चल रही है, जो छत्तीसगढ़ की सीमा में बिलासपुर जिले के रतनपुर से गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के कबीर चबूतरा तक बननी है। जमीन अधिग्रहण का भी काम पूर्
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बिलासपुर के केंदा से गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के केवची तक पूरी सड़क जंगलों के बीच से गुजरती है, जिसे बनाने के लिए करीब 1800 पेड़ों की कटाई की मंजूरी भी मिल गई है। ठेकेदारों द्वारा पेड़ की कटाई शुरू भी कर दी गई है। लेकिन इन सबके बीच समस्या यह खड़ी हो रही है कि ठेकेदार द्वारा एक भी पेड़ अभी तक लगाए नहीं गए हैं।
लोगों का कहना है कि सड़क बन रही है तो जमीन का मुआवजा जमीन मालिकों को दिया गया है, लेकिन पेड़ काटे जा रहे हैं, उसके बदले खाली जगह पर इस रोड के किनारे पेड़ लगाना भी जरूरी है। ऐसा नियम भी है कि पेड़ कटाई से पहले उतने या उससे ज्यादा पेड़ लगाए जाने चाहिए।

ग्रामीणों ने कहा कि सरकार भी पर्यावरण के मद्देनजर एक पेड़ मां के नाम की योजना चला रही है। ऐसे में अगर पेड़ नहीं लगाए जाते तो निश्चित ही इस जिले को आने वाले समय में इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा।