जेएएच में पुलिस की निगरानी के बीच से भागा आरोपी मोहित सिकरवार, जो खुद पैर में गोली लगने से घायल था।
ग्वालियर की पुरानी छावनी में दो दिन पहले हुए जमीन विवाद पर फायरिंग करने वाला एक आरोपी गुरुवार रात करीब 12 बजे पुलिस को चकमा देकर भाग गया। आरोपी पैर में गोली लगने से घायल था। उसे दो पुलिसकर्मियों की निगरानी में जेएएच में भर्ती किया गया था। बदमाश बेड प
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पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर ने आरोपी की कुछ जांचें लिखी थी, जांच के दौरान ही वह फरार हो गया। भागने वाले बदमाश ने दो दिन पहले एक टीआई पर हमला करवाने का आरोप लगाया था। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। अस्पताल दो अन्य आरोपी भी भर्ती हैं।
जमीन विवाद पर दो पक्षों ने की थी फायरिंग
ग्वालियर के पुरानी छावनी लालघाटी में जमीन विवाद पर दो पक्षों में फायरिंग हुई थी। जिसमें मोहित और मनोज सिकरवार के पैर में गोली लगी थी, जबकि दूसरे पक्ष से संदीप भदौरिया चेहरे पर छर्रे लगने से घायल होकर भर्ती हुआ था। पुलिस ने घटना के बाद दोनों पक्ष को दोषी मानते हुए क्रॉस FIR दर्ज की थी।
घायल हालत में पुलिस ने मोहित और मनोज सिकरवार के साथ दूसरे पक्ष से संदीप भदौरिया को जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया था। तीनों आरोपी की निगरानी के लिए पुलिस जवान भी तैनात किए गए थे। गुरुवार रात करीब 12 बजे आरोपी मोहित सिकरवार पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मोहित का पुरानी छावनी थाना में आना जाना था, इसके चलते निगरानी में मौजूद पुलिस वाले उसे पहचानते थे। उसके भागने से कुछ देर पहले तक जिन दो पुलिस जवानों की वहां ड्यूटी लगी थी, वो उससे ही बात कर रहे थे। जवानों की झपकी लगते ही आरोपी मोहित अस्पताल से फरार हो गया।
पुलिस को चकमा देने बेड पर तकिया रख कंबल से ढंका
आरोपी ने पुलिस को देर रात चकमा देने के लिए अपने बेड पर तकिया को कंबल से ढंका था। ताकि वहां मौजूद पुलिसकर्मी उसे बेड में सोता हुआ समझे। कुछ देर बाद जब कंबल हटाया तो घटना का पता लगा। आनन फानन में पुलिस जवान उसे अस्पताल परिसर में तलाशते रहे और काफी देर तक पुलिस अफसरों तक इसकी सूचना नहीं दी।

भागने वाले आरोपी का भाई मनोज सिकरवार यह भी अस्पताल में भर्ती था।
पुलिस ने रिश्तेदारों के साथ जांच को भेजा
पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी घायल थे। उनकी निगरानी के लिए दो जवान तैनात थे। डॉक्टर द्वारा मोहित सिकरवार को कई जांच लिखी गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मोहित की थाने में कई पुलिसकर्मियों से पहचान थी। जिसके चलते पुलिसकर्मियों ने उस विश्वास कर उसको दो रिश्तेदारों के साथ जांच कराने भेज दिया। लेकिन आरोपी उसके बाद वार्ड में नहीं लौटा। काफी देर इंतजार के बाद पुलिस जवानों ने जाकर देखा तब तक वह अस्पताल से फरार हो चुका था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को रिश्तेदारों के साथ जांच करने की बात से इनकार किया है।
दो दिन पहले की है घटना, एक टीआई का नाम भी उछाला था
दरअसल, पुरानी छावनी थाना क्षेत्र के लालघाटी निवासी अरविंद सिकरवार के घर सोमवार-मंगलवार दरमियानी रात 3 बजे रेशू भदोरिया ने अपने दो अन्य साथियों के साथ उनके पर फायरिंग कर भाग निकला। अरविंद ने जिसकी शिकायत मंगलवार दोपहर पुरानी छावनी थाने में की। मंगलवार रात संदीप भदौरिया, राहुल बैस अपने तीन अन्य साथियों के साथ अरविंद के घर पहुंच फायरिंग नहीं करने और उनके नाम से थाने में शिकायत करने की बात पर विवाद किया। इसी दौरान हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। अचानक चली गोली मोहित और मनोज के पैर में जा लगी।
सिकरवार पक्ष की ओर से की गई फायरिंग में गोलियों के छर्रे संदीप भदौरिया के चेहरे में जा लगे। मामले में मोहित के भाई अरविंद की ओर से आरोप लगाया गया था कि संदीप के भाई यतेन्द्र भदौरिया टीआई है, उनके कहने पर ही यह सब घटनाक्रम हुआ है। पुलिस ने दोनों पक्ष पर मामला दर्ज किया था।
आरोपी की तलाश में जुटी चार टीम
मामले में अब पुरानी छावनी थाना प्रभारी विनय तोमर का कहना है कि जेएएच से भागने वाले आरोपी की तलाश में चार टीम लगाई हैं। जल्द उसे पकड़ लिया जाएगा।