संभाग आयुक्त मनोज खत्री, आईजी, कलेक्टर व एसएसपी व नगर निगम आयुक्त बैठक करते हुए।
ग्वालियर नगर निगम के सभी 66 वार्डों की मैपिंग कर ऐसे स्थान का चयन किया जाए, जहां सायरन लगाने के बाद पूरा शहर उसकी सीमा में आ जाए। साथ ही ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए कि आवश्यकता पड़ने पर आपात स्थिति में एक ही इशारे पर सभी सायरन एक साथ बज सकें और नाग
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इसके साथ ही रात 12 बजे कलेक्टर रूचिका चौहान व एसएसपी धर्मवीर सिंह कन्ट्रोल कमांड सेंटर पहुंचे और आपात हालत में टीम को अलर्ट व चेक किया। साथ ही कहा है कि मैपिंग के माध्यम से स्थल चयनित करने के साथ-साथ सायरन लगाने का काम भी जल्द से जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सायरन पर मिले संकेतों का पालन करने के लिए शहरवासियों को जागरूक भी किया जाए। संभागायुक्त खत्री ने कहा कि जन जागरूकता के माध्यम से लोगों को समझाएं कि किसी प्रकार का पैनिक (घबराहट) न लाएं, यह सभी व्यवस्थाएं एहतियात बतौर की जा रही हैं।
आधी रात को कलेक्टर, एसएसपी कन्ट्रोल कमांड सेंटर पहुंचे।
प्रभारी मंत्री ने आपात कालीन स्थिति से निपटने की तैयारी पर चर्चा की
प्रभारी मंत्री सिलावट ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए जिले में की जा रहीं तैयारियों को लेकर संभाग आयुक्त खत्री से चर्चा की। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर एहतियात बतौर पुख्ता व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। इसी क्रम में संभाग आयुक्त खत्री ने गुरुवार की रात वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। संभाग आयुक्त कार्यालय में हुई बैठक में पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय व अपर जिला दण्डाधिकारी टीएन सिंह मौजूद थे।
नए सायरन के साथ, बैंक व अन्य स्थल पर लगे सायरन एक्टिव करें संभाग आयुक्त खत्री ने कहा कि शहर के सभी वार्डों में नए स्थलों पर सायरन लगाने के साथ-साथ शहर के सभी बैंकों व अन्य जगहों पर पूर्व से लगे सायरन को सक्रिय कराएं और बैंकर्स से कहें कि सायरन चालू करने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न आवासीय कॉलोनियों रहवासी कल्याण संगठनों को भी अपनी-अपनी कॉलोनी में सायरन लगाने के लिए प्रेरित करें। बैठक में संभाग आयुक्त खत्री ने नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि आपात स्थिति में सायरन से संकेत मिलने पर सभी स्ट्रीट लाइट तत्काल बंद होनी चाहिए। इसकी पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करें।
जनप्रतिनिधि से करें बैठक, राहत व बचाव कार्य में मांगे सहयोग आपात स्थिति में नागरिकों का सहयोग प्राप्त करने के लिए जन जागरूकता पर संभाग आयुक्त खत्री ने विशेष जोर दिया। उन्होंने इसके लिए शहर के सभी पार्षदों व अन्य जनप्रतिनिधियों के बैठक लेने के निर्देश दिए। खत्री ने कहा इन बैठकों के माध्यम से जनप्रतिनिधियों से आपात स्थिति में चलाए जाने वाले राहत व बचाव कार्य में सहयोग देने का आग्रह किया जाए। सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह करें कि सायरन से संकेत मिलने पर सभी लोग स्वेच्छा से अपने घरों व प्रतिष्ठानों की लाइटें अवश्य बंद करें, इसके लिए पार्षदगण अपने-अपने क्षेत्र के लोगों को प्रेरित करें। साथ ही यदि सड़क पर अपने वाहनों से जा रहे हों तो वाहन बंद कर सड़क किनारे लगाएं। इस काम में मोहल्ला समितियों का भी सहयोग अवश्य लें।
आईजी, कलेक्टर व एसएसपी ने दिए सुझाव बैठक में पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना ने भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बनाई जा रही रणनीति के संबंध में उपयोगी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि जिले में उपलब्ध जेसीबी, गैस कटर व अन्य मशीनरी को सूचीबद्ध कर इसकी जानकारी संबंधित थाने में दे दी जाए। कलेक्टर रुचिका चौहान ने जिले में आपात स्थिति को ध्यान में रखकर एहतियात बतौर की जा रहीं तैयारियों के बारे में जानकारी दी। साथ ही कहा कि सचेत एप के माध्यम से भी लोगों को जागरूक कराया जाएगा। जिले में राजस्व अनुविभागवार संयुक्त टीमें तैयार कर राहत एवं बचाव कार्य की रणनीति बनाई गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि पुलिस थानों के माध्यम से लोगों को आपात स्थिति में सचेत करने के लिए जिले के सभी थानों से मोबाइल वाहन से सायरन के जरिए संकेत प्रसारित कराए जाएंगे। नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने कहा ग्वालियर शहर में जरूरत पड़ने पर स्ट्रीट लाइट बंद करने के लिये विशेष व्यवस्था की जा रही है। रिस्पांस टाइम कम से कम हो संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने कहा कि आपात स्थिति में बचाव दल का मौके पर पहुंचने में रिस्पांस टाइम कम से कम हो। इसकी पुख्ता रणनीति बनाएं। उन्होंने कहा कि ग्वालियर सहित जिले में स्थित सभी अस्पतालों में उपलब्ध बेड व मानव संसाधन का आकलन कर अस्पतालों को सूचीबद्ध करें। जिससे आपात स्थिति में जरूरत पड़ने पर लोगों को जल्द से जल्द बेहतर स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने अस्पतालों में बिजली जाने की स्थिति में बैकअप के साथ लगाए गए चेंजओवर का परीक्षण कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही कहा कि आपात स्थिति में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के साथ एनसीसी, एनएसएस, स्काउट, गाइड आदि के वॉलेन्टियर को भी सूचीबद्ध करें और ऐसा सिस्टम बनाएं जिससे एक कॉल पर ये सभी निर्धारित स्थल पर पहुंच जाएं।
पेट्रोल पंपों पर डीजल-पेट्रोल का स्टॉक रिजर्व रहे संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि जिले के सभी पेट्रोल पंपों पर एहतियात बतौर पेट्रोल, डीजल का स्टॉक रिजर्व कराएं, जिससे आपात स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए पेट्रोल व डीजल की कमी न पड़े। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अफवाहें न फैले
संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी खबरें व अफवाहें प्रसारित न हों, जिनसे लोगों में घबराहट व भ्रम की स्थिति पैदा हो। इसके लिए लोगों को जागरूक करें। साथ ही यह स्पष्ट कर दें कि सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहें फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।