Vastu Tips: वास्तु शास्त्र हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर जब बात आती है आर्थिक स्थिति और घर के वातावरण की, यदि घर का दक्षिण-पूर्व (साउथ ईस्ट) भाग दोषपूर्ण हो, तो इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है. इसके विपरीत, दक्षिण-पश्चिम (साउथ वेस्ट) दिशा में कुछ विशेष एंट्री या दोष होने पर कर्ज और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है. आइए, विस्तार से समझते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से कि ये दिशाएं हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करती हैं.
दक्षिण-पूर्व दिशा
सबसे पहले बात करते हैं दक्षिण-पूर्व दिशा की. इस दिशा को अग्नि तत्व से जोड़ा जाता है और यह धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. यदि इस दिशा में दोष हो तो धन संबंधी अवसर कम हो सकते हैं या पैसा अनावश्यक खर्च हो सकता है. उदाहरण के तौर पर, यदि घर के दक्षिण-पूर्व भाग में कोई दरवाजा, बड़ी खिड़की या अन्य एंट्री हो, तो घर के सदस्य आर्थिक रूप से अस्थिर हो सकते हैं.
यह भी पढ़ें – जीवन में स्थिरता और समृद्धि चाहिए? तो घर की इस दिशा को समझना है जरूरी, ताकि न हो धन हानि और बनी रहे मानसिक शांति
दक्षिण-पश्चिम दिशा
दक्षिण-पश्चिम दिशा पर अधिक ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि यह दिशा स्थिरता, सुरक्षा और घर के मुखिया की स्थिति को दर्शाती है. यदि दक्षिण-पश्चिम दिशा में अनावश्यक दरवाजे या खिड़कियां हों, तो घर में कर्ज के संकट और आर्थिक दबाव बढ़ सकते हैं. कई बार देखा गया है कि जिन परिवारों के घर के दक्षिण-पश्चिम भाग में खिड़की या दरवाजा होता है, वे कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं.
सफल और संपन्न लोग
इसके विपरीत, सफल और संपन्न लोग अपने घरों में दक्षिण-पश्चिम दिशा को मजबूत और सुरक्षित रखते हैं. उदाहरण के लिए, नोएडा के कुछ क्षेत्रों में दक्षिण-पश्चिम फेसिंग मकान में रहने वाले लोग आर्थिक रूप से सशक्त और समृद्ध पाए गए हैं. उनका घर इस दिशा में मजबूत होता है, जिससे उन्हें स्थिरता और आर्थिक सुरक्षा मिलती है.
एंट्री का चुनाव
वास्तु के अनुसार, घर की दिशा और एंट्री का चुनाव बहुत सोच-समझकर करना चाहिए. घर के किसी भी भाग में यदि दोष हो तो उसकी सही पहचान कर उसे ठीक करवाना आवश्यक है. इससे न केवल आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, बल्कि घर का वातावरण भी सुखद और सकारात्मक बनता है.
यह भी पढ़ें – काम में तेजी और मन में शांति चाहिए?, तो घर की इस दिशा को कर लें बैलेंस, गुस्सा बनेगा जुनून और मेहनत बनेगी सफलता की सीढ़ी
आर्थिक उन्नति
आर्थिक उन्नति के लिए यह जरूरी है कि घर के दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम दिशाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए. यदि इनमें कोई दोष दिखे तो उसे वास्तु विशेषज्ञ की मदद से ठीक कराएं. इससे न केवल आर्थिक समस्याएं कम होती हैं, बल्कि परिवार में शांति और समृद्धि भी आती है.