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Vastu Tips: हमारे जीवन में भाग्य और कर्म दोनों का गहरा प्रभाव होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि हमारी कुछ रोज़मर्रा की आदतें और व्यवहार हमारे घर में नकारात्मक ऊर्जा और अशुभता को जन्म दे सकते हैं? आइए जानते हैं…और पढ़ें
किन कामों को करने से आती है अशुभता
हाइलाइट्स
- घर में गंदे जूते-चप्पल पहनकर न प्रवेश करें.
- डाइनिंग टेबल पर घूम-घूम कर न खाएं.
- रोज़ सुबह और शाम पूजा जरूर करें.
Vastu Tips: जैसे हमारे भाग्य का हमारे जीवन पर प्रभाव होता है, वैसे ही हमारे कर्म और आदतें भी हमारे जीवन को गहराई से प्रभावित करते हैं. अक्सर हमारी छोटी-छोटी आदतें ही हमारे घर में शुभता या अशुभता का कारण बन जाती हैं. इस आर्टिकल में हम बात करेंगे उन आदतों और कार्यों की, जिनसे हमारे घर में अशुभता और नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है. इस बारे में बता रहे हैं ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री अंशुल त्रिपाठी. हमारे कर्म ही हमारे भविष्य का निर्माण करते हैं. आज का किया गया कार्य ही कल का भाग्य बनता है. शुभ कर्मों से जहां सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है, वहीं अशुभ कर्मों से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. आइए जानते हैं वे कौन सी आदतें हैं जो घर में अशुभता और नकारात्मकता लाती हैं.
घर में भूलकर भी न करें ऐसा
- आप अगर बाहर पहने गए गंदे जूते-चप्पलों को सीधे पहनकर घर में प्रवेश करते हैं, तो इससे घर में अशुद्धता और नेगेटिविटी फैलती है.
- लंबे समय तक गंदे कपड़े इकट्ठा करके रखना भी घर के वातावरण को दूषित करता है.
- बाथरूम अगर गंदा रहता है, वहां पानी बहता रहता है और साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता तो इससे भी घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है.
- घर में किताबें, पेन या अन्य जरूरी सामान बिखरा हुआ रखना अव्यवस्था और अशुभता का संकेत है.
- जिन घरों में पूजा नहीं होती, पूजा स्थान गंदा रहता है या उपेक्षित होता है, वहां भी सकारात्मक ऊर्जा का अभाव रहता है.
- घर में अपवित्रता जैसे मांस-मदिरा का सेवन, गाली-गलौज, या आपसी कलह होती है तो ये सभी बातें भी घर को अशुभ बना देती हैं.
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खान-पान से जुड़ी आदतें
- अगर आप कभी डाइनिंग टेबल पर, कभी बिस्तर पर या कभी पढ़ने की मेज पर घूम-घूम कर खाते हैं, तो यह आदत भी घर में अशुभता लाती है.
- मांसाहार और शाकाहार एक ही बर्तन में पकाना या खाना, रसोई की पवित्रता को भंग करता है.
- झूठे बर्तन इधर-उधर छोड़ देना, गिलास या प्लेट को बिना धोए छोड़ देना- ये सब भी नकारात्मकता फैलाते हैं.
- खाने की बर्बादी करना, भोजन को कूड़ेदान में फेंकना- यह एक बड़ा दोष है. इससे दरिद्रता आती है और रोगों का प्रवेश होता है.
व्यवहार से जुड़ी कुछ आदतें
- घर में चीखना-चिल्लाना, ऊंची आवाज़ में बात करना- यह शांति और सौहार्द्र को भंग करता है.
- बड़ों का अपमान करना, उनके साथ दुर्व्यवहार करना- यह महापाप माना गया है और जीवनभर अशुभता का कारण बनता है.
- बच्चों को बेवजह मारना-पीटना, उनके साथ कठोरता से पेश आना. इससे न केवल बच्चों को कष्ट होता है, बल्कि आपको भी इसका कर्मफल भोगना पड़ता है.
- इन सब बातों का असर परिवार की खुशहाली पर पड़ता है और पूरे परिवार को परेशानियां को सामना करना पड़ता है.
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शुभ आदतें कौन सी हैं?
- रोज़ सुबह और शाम, भले ही 5 मिनट के लिए ही सही पूजा जरूर करें. दीपक और धूप जलाकर प्रभु से कृपा की प्रार्थना करें.
- घर की नियमित सफाई रखें, विशेषकर रसोई और पूजा स्थान की पवित्रता का ध्यान रखें.
- पानी की बर्बादी बिल्कुल न करें.
- घर में मधुर और शिष्ट भाषा का प्रयोग करें.