शहर के प्रतिष्ठित चंडीगढ़ क्लब में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कार्यकारी सदस्यों के पदों के लिए चुनाव 16 नवंबर को होंगे। यह चुनाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां सदस्यों ने स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान को लेकर अपनी चिंताओं को चुनाव अधिकारियों के समक्ष रखा है
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सदस्यों ने अधिकारियों से चुनाव की निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए उम्मीदवारों ने कुछ आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया में ईवीएम के उपयोग, अमिट स्याही का इस्तेमाल, सदस्यता कार्ड अनिवार्य करने, बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित करने, केंद्रीकृत मतदान स्थल, स्वतंत्र मतदान कर्मचारियों की नियुक्ति और चुनाव स्थल की पूरी वीडियोग्राफी एवं निगरानी की मांग की है। इस दौरान उन्होंने शिकायतों को प्रभावी ढंग से हल करने और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने पर जोर दिया है।
चुनाव अधिकारी नियुक्त
हाईकोर्ट ने चुनाव में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए चेतन मित्तल और बलतेज सिंधु को रिटर्निंग ऑफिसर नियुक्त किया है। चुनाव और अन्य प्रक्रियाओं को अंतिम रूप देने के लिए निर्वाचन अधिकारी 8 नवंबर को उम्मीदवारों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें सभी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
प्रत्याशियों में जोरदार मुकाबला
इस बार अध्यक्ष पद के लिए नरेश चौधरी, सुनील खन्ना और राजू मित्तल जैसे उम्मीदवारों में कड़ा मुकाबला है। नरेश चौधरी वर्तमान में क्लब के उपाध्यक्ष हैं, जबकि सुनील खन्ना पहले क्लब के अध्यक्ष रह चुके हैं। क्लब के लगभग 8000 सदस्य हैं, जिनमें 1400 बाहरी सदस्य भी शामिल हैं।
चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त
चुनाव की पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश महेश ग्रोवर को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। साथ ही वरिष्ठ अधिवक्ता इस चुनावी प्रक्रिया में सहयोग करेंगे।
9 साल बाद हो रहे चुनाव
चंडीगढ़ क्लब में यह चुनाव लगभग 9 साल बाद हो रहा है। पिछली बार यह 2016 में आयोजित हुआ था, इसलिए इस चुनाव का महत्व काफी बढ़ गया है। इसके परिणाम पर सभी सदस्यों की नजरें टिकी हुई हैं।