चंडीगढ़ सेक्टर-53 की हाउसिंग स्कीम एक बार फिर संकट में आ गई है। 1 अप्रैल से लागू होने वाले नए कलेक्टर रेट के कारण फ्लैट्स की कीमतों में 35 से 40 फीसदी तक की वृद्धि हो जाएगी, जिससे आम लोगों को बड़ा झटका लग सकता है। वर्तमान में 1.65 करोड़ का 3-बीएचके फ
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दाम बढ़ने से घट सकती है डिमांड
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) द्वारा कराए गए डिमांड सर्वे में 7,494 लोगों ने फ्लैट्स खरीदने की इच्छा जताई थी, जबकि उपलब्ध फ्लैट्स की संख्या सिर्फ 372 है। इससे साफ है कि फ्लैट्स की डिमांड काफी ज्यादा है, लेकिन अब बढ़े हुए रेट्स से कई लोगों की उम्मीदें टूट सकती हैं।
ज्यादातर ने डेढ़ करोड़ के फ्लैट्स में दिखाई रुचि
डिमांड सर्वे के दौरान 1,000 से ज्यादा लोगों ने ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स के लिए आवेदन किया, जबकि 5,000 से ज्यादा लोगों ने डेढ़ करोड़ तक की कीमत वाले फ्लैट्स में रुचि दिखाई थी।
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह स्कीम कई सालों से अटकी पड़ी है। मुख्य सचिव राजीव वर्मा ने 10 जनवरी को डिमांड सर्वे के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकारियों ने फाइलें दबाकर रखीं। 22 फरवरी से सर्वे शुरू हुआ और 3 मार्च को इसके नतीजे आए, जिसमें जबरदस्त रिस्पांस मिला। इसके बावजूद अब तक स्कीम को अंतिम मंजूरी नहीं दी गई, जिससे लोगों को पुराने कलेक्टर रेट पर फ्लैट्स मिलने का मौका खत्म हो सकता है।
सस्ते में मिल सकते थे फ्लैट
अगर अधिकारी समय रहते पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया को स्कीम की प्रेजेंटेशन देकर मंजूरी ले लेते, तो दस्तावेज तैयार करके पुराने कलेक्टर रेट पर ही लोगों को फ्लैट दिए जा सकते थे। लेकिन अब मार्च के कुछ ही दिन बचे हैं और स्कीम को अमलीजामा पहनाने की संभावना कम दिख रही है।