मॉकड्रिल को लेकर चंडीगढ़ डीसी निशांत यादव बताते हुए।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो चुकी हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 7 मई को देश के 244 सिविल डिफेंस जिलों में “युद्धकालीन हालात से निपटने की मॉक ड्रिल” आयोजित करने के न
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इसे लेकर चंडीगढ़ प्रशासन और पुलिस की तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं। चंडीगढ़ के डीसी निशांत यादव ने बताया कि शहर में 2 जगहों पर मॉकड्रिल की जाएगी, जिसमें सिविल डिफेंस वॉलंटियर, सरकारी विभाग, एनएसएस और एनसीसी शामिल होंगे।
ब्लैकआउट की योजना इस प्रकार होगी:
पहली मॉक ड्रिल शाम 4 बजे होगी उसके बाद शाम 7:30 बजे हवाई हमले की चेतावनी देने वाला सायरन बजेगा, जिसके साथ ही नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे 10 मिनट के लिए यानी शाम 7:30 से 7:40 बजे तक पूर्ण ब्लैकआउट करें। इस दौरान सभी इनडोर और आउटडोर लाइटें बंद कर दी जाएं और लोग घरों में रहें। वाहन चला रहे लोग गाड़ी को किनारे लगाकर लाइट बंद करें।
यह ब्लैकआउट पूरी तरह नियंत्रित और निगरानी में आयोजित किया जाएगा। ताकि आपातकालीन सेवाओं की प्रतिक्रिया की समीक्षा की जा सके। इस अभ्यास में अग्निशमन, पुलिस, सेहत विभाग, नगर निगम, आपदा प्रबंधन एजेंसियां, एनएसएस, एनसीसी और सिविल डिफेंस के स्वयंसेवक शामिल होंगे।
जनता से अपील- घबराएं नहीं, अफवाह न फैलाएं उपायुक्त ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस मॉक ड्रिल में पूरा सहयोग दें, घबराएं नहीं और किसी प्रकार की अफवाह न फैलाएं। यह केवल एक तैयारी का अभ्यास है और किसी प्रकार का वास्तविक खतरा नहीं है। यह ड्रिल अस्पतालों और नर्सिंग होम्स पर लागू नहीं होगी, लेकिन उन्हें खिड़कियों पर मोटे पर्दे लगाने और सतर्क रहने को कहा गया है।