आगामी फेस्टिवल सीजन में उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों की बढ़ती मांग को देखते हुए, भारतीय मौर्य समाज ने चंडीगढ़ से प्रतापगढ़ और वाराणसी तक सीधी ट्रेन सेवा की जरूरत पर जोर दिया है।
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मौर्य समाज के अध्यक्ष आर.एन. मौर्य ने इस संबंध में सांसद मनीष तिवारी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर अतिरिक्त ट्रेनों की मांग की है। ताकि यात्रियों को त्योहारों के दौरान सफर में राहत मिल सके।
प्रतापगढ़ व वाराणसी के लिए नहीं है सीधी ट्रेन
मौर्य ने कहा कि पूर्वांचल के हजारों लोग चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में काम करते हैं। त्योहारों के दौरान अपने घर वापस जाने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, चंडीगढ़ से प्रतापगढ़ और वाराणसी जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है।
मौजूदा समय में सद्भावना एक्सप्रेस चंडीगढ़ से लखनऊ तक जाती है, लेकिन लखनऊ से आगे जाने वाले यात्रियों को अन्य ट्रेनों का सहारा लेना पड़ता है। जिससे न सिर्फ समय की बर्बादी होती है, बल्कि यात्रियों को अनावश्यक परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।
मौर्य समाज की मांगें
आर.एन. मौर्य ने कहा कि मौर्य समाज पिछले कई सालों से सांसद और रेलवे बोर्ड से मांग कर रहा है कि चंडीगढ़ से चलने वाली सद्भावना एक्सप्रेस को प्रतापगढ़ और वाराणसी तक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि रेलवे को इस मांग पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, क्योंकि इससे रेलवे को भी लाभ होगा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
उन्होंने कहा, अगर सद्भावना ट्रेन को प्रतापगढ़ तक बढ़ाया जाता है, तो इसका सीधा फायदा उत्तर प्रदेश के कम से कम पांच जिलों- रायबरेली, अमेठी, गौरीगंज और प्रतापगढ़ के यात्रियों को होगा। इन जिलों के हजारों लोग रोज़गार के लिए चंडीगढ़ और उसके आस-पास के क्षेत्रों में निवास करते हैं। उन्हें अपने गांव-घर लौटने के लिए अम्बाला या लखनऊ जाकर दूसरी ट्रेन पकड़नी पड़ती है।