श्योपुर, जिस इलाके में रेत के अवैध उत्खनन की सबसे ज्यादा शिकायतें हैं उस मालीपुरा, सुखवास और नाईपुरा के बीच चंबल नदी के पास मगरमच्छ का शब मिला है। मगरमच्छ की मौत की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।
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आशंका का जताई जा रही है कि रेत माफिया के लोगों ने मगरमच्छ की हत्या की है। राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण विभाग की टीम ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों के द्वारा बताया गया है कि मगरमच्छ का कुचला हुआ शव पानी में पड़ा हुआ मिला था। शुक्रवार की शाम इसकी सूचना स्थानी लोगों ने राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण विभाग की टीम को फोन करके दी।
मल्लाहपुरा गांव निवासी हंसराज का कहना है कि जो मगरमच्छ रेत उत्खनन के दौरान रेत माफिया के ट्रैक्टर ट्राली और उनके आसपास आ जाते हैं वह लोग पहले उसे भागने की कोशिश करते हैं। लेकिन, वह बार-बार आते हैं तो वह लोग उन्हें जेसीबी आदि से मारकर रेत में दफना देते हैं। इस तरह की कई मामले आ चुके हैं जब भी कोई मगरमच्छ की लाश मिलती है तो उसका कारण रेत माफिया के लोग ही होते हैं। हम लोग तो फालतू की पूछताछ से बचने के लिए किसी से कुछ नहीं कहते, घड़ियाल विभाग वाले हमें ही परेशान करने लग जाएंगे।