Chaitra Purnima 2025: इस साल चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल दिन शनिवार को है. पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा करने का विधान है. इस दिन लक्ष्मी पूजा करने से आपके धन और संपत्ति में वृद्धि होती है. पंचांग के अनुसार चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल को 3:21 एमए से लेकर 13 अप्रैल को 5:51 एएम तक है. चैत्र पूर्णिमा को आप प्रदोष काल में माता लक्ष्मी की पूजा करें और उनके लिए एक विशेष दीपक जलाएं. इस दीपक को जलाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी और आपके धन, संपत्ति में बढ़ोत्तरी कर देंगी. इतना ही नहींं, आपकी कुंडली का शुक्र और चंद्रमा ग्रह भी सही हो जाएगा. उज्जैन के महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि चैत्र पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी के चरणों में कौन सा दीपक जलाएं? उसमें किस तेल का उपयोग करें? बत्ती कौन सी होनी चाहिए?
माता लक्ष्मी के लिए जलाएं पीतल का दीपक
ज्योतिषाचार्य डॉ. तिवारी के अनुसार चैत्र पूर्णिमा के प्रदोष काल में माता लक्ष्मी के लिए पीतल का दीपक जलाना चाहिए. पीतल का संबंध देवी लक्ष्मी से जुड़ा है. माना जाता है कि पीतल का उपयोग करने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. माता लक्ष्मी के लिए दीपक जलाने के कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी है. यदि आप नियम पूर्वक या विधि विधान से दीपक नहीं जलाते हैं, तो उसका उद्देश्य फलीभूत नहीं होगा.
माता लक्ष्मी के लिए दीपक जलाने की सही विधि
1. दीपक में कौन सा बत्ती लगाएं: माता लक्ष्मी के लिए आप रुई की बत्ती बनाएं. उसके पीतल के दीपक में अच्छे से रखें. बत्ती ऐसी हो, जो लंब से तक चल सके. वो ज्यादा बड़ी या बहुत छोटी न हो. यदि रुई नहीं है तो लाल धागे या फिर रक्षासूत्र या कलावा की बत्ती बना सकते हैं.
2. तेल या घी का दीपक: यदि आपके पास गाय का शुद्ध घी है तो घी का ही दीपक जलाएं. इस समय में शुद्ध घी का मिलना मुश्किल होता है. अगर घी है तो उसे दीपक में डालकर माता लक्ष्मी के दाहिने रखें. यदि गाय का शुद्ध घी नहीं है तो आप सफेद तिल के तेल का उपयोग करें. सफेद तिल के तेल को दीपक में डालें और उसमें बत्ती रखकर दीपक जलाएं. तेल के दीपक को माता लक्ष्मी के बाएं रखें.
3. दीपक जलाने का सही समय: माता लक्ष्मी के लिए दीपक जलाने का सही समय प्रदोष काल है. जब सूर्यास्त हो जाए और अंधेरा होने लगे, तब आप माता लक्ष्मी की पूजा करें और उनके लिए यह विशेष दीपक जलाएं.
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4. सही दिशा का चयन: वैसे तो लोग अपने घर में पूजा स्थान उत्तर या ईशान कोण में रखते हैं. यदि आपके घर में पूजा स्थान इस जगह पर नहीं है तो आप अपने घर में उत्तर या ईशान कोण यानि की उत्तर पूर्व के कोण वाली दिशा में यह दीपक जलाएं.
5. दीपक जलाने के बाद करें यह पाठ: माता लक्ष्मी के लिए दीपक जलाने के बाद आप कंबल या फिर कुश के आसन पर बैठकर श्रीसूक्तम का पाठ करें. श्रीसूक्त के 16 मंत्र पढ़ दें. माता लक्ष्मी आप पर प्रसन्न होंगी. आपके यश और सफलता में बढ़ोत्तरी होगी. धन, दौलत, सुख, समृद्धि से आपका घर भरेगा. इस उपाय को आप हर शुक्रवार को भी कर सकते हैं.
सफेद तिल के तेल का महत्व
यदि आप सफेद तिल के तेल को अपने शरीर पर लगाते हैं तो आपकी कुंडली का चंद्र दोष औ शुक्र दोष ठीक होगा. सफेद तिल का संबंध चंद्रमा, शुक्र और बुध से माना जाता है. इन तीनों ग्रहों के सही होने से आपका बिजनेस, करियर सही होगा. आमदनी में वृद्धि होगी.